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कोरिया में धूमधाम से की गई विश्वकर्मा भगवान की पूजा - Vishwakarma Puja celebrated in Koriya

कोरिया जिले में राज मिस्त्री और उनके सहयोगी साथियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बड़े ही हर्षोल्लास के साथ विश्वकर्मा भगवान की पूजा-अर्चना की. पूजा के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया.

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Published : Sep 18, 2020, 8:42 AM IST

कोरिया : जिले के जनकपुर भरतपुर विकासखंड के पथले नदी के पास पिछले 20 सालों से लगातार विश्वकर्मा पूजा किया जा रहा है. इस साल भी क्षेत्र के राज मिस्त्री और उनके सहयोगी साथियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बड़े ही हर्षोल्लास के साथ विश्वकर्मा भगवान की पूजा-अर्चना की. पूजा के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया.

धूमधाम से की गई विश्वकर्मा पूजा

कमेटी के सदस्यों ने बताया कि विश्वकर्मा भगवान का मंदिर क्षेत्र में कहीं नहीं है. सभी राज मिस्त्री और उनके साथियों के सहयोग से श्रमदान कर मंदिर निर्माण कराया जाना है, लेकिन वन विभाग ने मंदिर निर्माण पर रोक लगा दी है. इसे लेकर पूर्व विधायक से भी कई बार मंदिर बनाने की अनुमति के लिए आवेदन भी दिया गया है, लेकिन आज तक इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया है.

Vishwakarma Puja celebrated in Koriya
धूमधाम से की गई विश्वकर्मा पूजा

विश्व के पहले इंजीनियर

भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन का देवता माना जाता है. इनके जन्मदिन को विश्व के पहले इंजीनियर के तौर पर देशभर में विश्वकर्मा जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस पर्व का हिन्दू धर्म में विशेष महत्‍व है. भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विश्वकर्मा पूजा मनाया जाता है.

पढ़ें : NSUI के जिला अध्यक्ष की रंग लाई मेहनत, छात्रों को मिला उत्तर पुस्तिका जमा करने का समय

बता दें कि विश्‍वकर्मा जयंती के दिन निर्माण से जुड़ी मशीनों, औजारों, दुकानों की पूजा विधि-विधान से की जाती है. मान्यता है कि वैदिक देवता के रूप में सर्वमान्य देव शिल्पी विश्वकर्मा अपने विशिष्ट ज्ञान-विज्ञान के कारण मानव ही नहीं, देवगणों द्वारा भी पूजित हैं. कहते हैं कि देव विश्वकर्मा के पूजन के बिना कोई भी तकनीकी कार्य शुभ नहीं होता. ऐसा माना जाता है कि विश्वकर्मा भगवान की पूजा करने से दुर्घटनाओं और आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता.

कोरिया : जिले के जनकपुर भरतपुर विकासखंड के पथले नदी के पास पिछले 20 सालों से लगातार विश्वकर्मा पूजा किया जा रहा है. इस साल भी क्षेत्र के राज मिस्त्री और उनके सहयोगी साथियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बड़े ही हर्षोल्लास के साथ विश्वकर्मा भगवान की पूजा-अर्चना की. पूजा के बाद भंडारे का भी आयोजन किया गया.

धूमधाम से की गई विश्वकर्मा पूजा

कमेटी के सदस्यों ने बताया कि विश्वकर्मा भगवान का मंदिर क्षेत्र में कहीं नहीं है. सभी राज मिस्त्री और उनके साथियों के सहयोग से श्रमदान कर मंदिर निर्माण कराया जाना है, लेकिन वन विभाग ने मंदिर निर्माण पर रोक लगा दी है. इसे लेकर पूर्व विधायक से भी कई बार मंदिर बनाने की अनुमति के लिए आवेदन भी दिया गया है, लेकिन आज तक इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया है.

Vishwakarma Puja celebrated in Koriya
धूमधाम से की गई विश्वकर्मा पूजा

विश्व के पहले इंजीनियर

भगवान विश्वकर्मा को निर्माण और सृजन का देवता माना जाता है. इनके जन्मदिन को विश्व के पहले इंजीनियर के तौर पर देशभर में विश्वकर्मा जयंती के रूप में मनाया जाता है. इस पर्व का हिन्दू धर्म में विशेष महत्‍व है. भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विश्वकर्मा पूजा मनाया जाता है.

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बता दें कि विश्‍वकर्मा जयंती के दिन निर्माण से जुड़ी मशीनों, औजारों, दुकानों की पूजा विधि-विधान से की जाती है. मान्यता है कि वैदिक देवता के रूप में सर्वमान्य देव शिल्पी विश्वकर्मा अपने विशिष्ट ज्ञान-विज्ञान के कारण मानव ही नहीं, देवगणों द्वारा भी पूजित हैं. कहते हैं कि देव विश्वकर्मा के पूजन के बिना कोई भी तकनीकी कार्य शुभ नहीं होता. ऐसा माना जाता है कि विश्वकर्मा भगवान की पूजा करने से दुर्घटनाओं और आर्थिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता.

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