मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : मनेंद्रगढ़ ब्लॉक के प्राथमिक स्कूल ढुलकु में पहली से लेकर पांचवी तक की पढ़ाई होती है. लेकिन बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी जिन शिक्षकों के सिर पर हैं. वो ही मौके से नदारद रहते हैं.इस स्कूल में कक्षाएं संचालित करने के लिए सिर्फ कागजों में ही शिक्षक हैं. असल में बच्चों की पढ़ाई भगवान भरोसे हैं. (Dhulku primary school of Manendragarh block )
दो शिक्षक हैं लेकिन नहीं मिले : बिहारपुर संकुल के इस स्कूल में कहने को तो दो शिक्षक पदस्थ हैं. लेकिन स्कूल टाइम के दौरान शिक्षक पारसराम वर्मा और किशोर मोनू कुजूर दोनों ही नदारद मिले. प्राथमिक स्कूल में छब्बीस छात्र छात्राएं अध्यन्नरत हैं. लेकिन जब ईटीवी भारत की टीम स्कूल में पहुंची तो बच्चों को पढ़ाने वाला कोई नही था. बल्कि ब्लैक बोर्ड पर यह लिखा मिला कि बीईओ आफिस गए हैं. बच्चों से जब पूछा गया तो जानकारी मिली कि एक शिक्षक किशोर मोनू कुजूर बीईओ आफिस तीन बजे गए हैं तो दूसरे शिक्षक पारसराम वर्मा जो प्रधानपाठक भी है वह स्कूल आने के बाद ग्यारह बजे ही ट्रेनिंग में चले गए हैं. (Teacher careless in Dhulku primary school)
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रोज गायब रहते हैं शिक्षक : अब इसमें कितनी सच्चाई है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा. पर इससे अलग स्कूल के पास रहने वाले ग्रामीण बताते है कि रोज कोई न कोई एक शिक्षक गायब रहते हैं. शराब के नशे में भी आते हैं. जब स्कूल में शिक्षक नही है, कोई भृत्य नही है तो स्कूल को खोलने और बन्द करने का काम भी बच्चे ही करते हैं. अब जरा आप खुद देखिए कि किस तरह स्कूल का यह छात्र अंकुश चैनल गेट को खींचकर उसमे ताला लगाने का प्रयास कर रहा है. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि शिक्षा व्यवस्था का भगवान ही मालिक है. (koriya latest news)