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कोरिया में 2 हजार से ज्यादा लोगों की RT-PCR रिपोर्ट अटकी

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Published : May 4, 2021, 8:50 AM IST

कोरिया में लोगों की RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट में आने में देरी हो रही है. अंबिकापुर वायरोलॉजी लैब में पिछले दो हफ्ते से 2 हजार से ज्यादा लोगों के रिपोर्ट अटकी पड़ी है. जिले में RT-PCR जांच लैब जल्द खुल सकते हैं.

RT-PCR test
RT-PCR टेस्ट

कोरिया: प्रदेशभर में कोरोना की दूसरी लहर से मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरिया में भी संक्रमितों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है. इस बीच सबसे बड़ी समस्या जिले में RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट में देरी को लेकर आ रही है. पिछले दो हफ्ते से 2 हजार से ज्यादा लोगों के रिपोर्ट अटकी पड़ी है. कोरोना की रिपोर्ट में देरी होने से इलाज में भी देरी हो रही है. इतनी अत्यधिक मात्रा में सैंपल के पड़े रहने से अब कोरिया जिला के सभी अस्पतालों ने नए सैंपल लेने से इंकार करना शुरू कर दिया है. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट में देरी

कुछ समय पहले जिले के बैकुंठपुर में RT-PCR जांच के लिए लैब की शुरुआत होनी थी. संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव की विशेष पहल से यह संभव होता दिखाई दे रहा था. पिछले साल उन्होंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री से लेकर कोरबा सांसद से RT-PCR टेस्ट मशीन की मांग की थी. जिसके बाद सभी को उम्मीद थी कि जल्द जांच मशीन की व्यवस्था कराई जाएगी. लेकिन अभी तक लैब तैयार नहीं हुआ है.

मात्र 200 सैंपल अंबिकापुर भेजे जाते हैं

कोरिया जिले से RT-PCR की जांच के लिए अंबिकापुर के वायरोलॉजी लैब में एक बार में मात्र 200 सैंपल ही भेजे जाते हैं. ऐसे में जांच रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता है. सवाल यह भी है कि जिला अस्पताल के लैब में लिए गए सैंपल लंबे समय से बिना फ्रीजर के रखे गए हैं. जिसकी वजह से रिपोर्ट सही आएगी या नहीं यह चिंता का विषय है. फिलहाल कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी अंबिकापुर के वायरोलॉजी लैब में चर्चा करें और ज्यादा से ज्यादा सैंपल भेज कर जांच रिपोर्ट जल्द मंगवाए. ताकि समय पर जांच रिपोर्ट उपलब्ध हो सके.

कांकेर और महासमुंद में शुरू हुई RT-PCR जांच

जल्द शुरू होगा RT-PCR लैब

संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने बताया कि लैब तैयार है. ICMR के कुछ फाइनल टैक्निकल ट्रायल के काम बाकी हैं. अगले हफ्ते के तक लैब चालू हो जाएगा. डॉ रामेश्वर शर्मा और कोरिया मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि लोड बहुत ज्यादा है. काफी सैम्पल जाने की वजह से रिपोर्ट में देरी हो रही हैं. उन्होंने बताया RT-PCR लैब तैयार हो गया है. टैक्निकल परेशानियां दूर होते ही RT-PCR टेस्ट जिले में ही होगा और रिपोर्ट भी जल्द मिलेगी.

क्या है आरटीपीसीआर टेस्ट?

RT-PCR टेस्ट (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन टेस्ट) जिसके जरिए व्यक्ति के शरीर में वायरस का पता लगाया जाता है. इसमें वायरस के RNA की जांच की जाती है. जांच के दौरान शरीर के कई हिस्सों से सैंपल लेने की जरूरत पड़ती है. ज्यादातर सैंपल नाक और गले से म्यूकोजा के अंदर वाली परत से लिया जाता है. इस टेस्ट की रिपोर्ट आने में सामान्यतः 6 से 8 घंटे का समय लग सकता है. कई बार इससे ज्यादा समय भी लग सकता है. RT-PCR टेस्ट आपके शरीर में वायरस की मौजूदगी का पता लगाने में सक्षम है.

कोरिया: प्रदेशभर में कोरोना की दूसरी लहर से मौत के आंकड़े बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरिया में भी संक्रमितों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है. इस बीच सबसे बड़ी समस्या जिले में RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट में देरी को लेकर आ रही है. पिछले दो हफ्ते से 2 हजार से ज्यादा लोगों के रिपोर्ट अटकी पड़ी है. कोरोना की रिपोर्ट में देरी होने से इलाज में भी देरी हो रही है. इतनी अत्यधिक मात्रा में सैंपल के पड़े रहने से अब कोरिया जिला के सभी अस्पतालों ने नए सैंपल लेने से इंकार करना शुरू कर दिया है. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट में देरी

कुछ समय पहले जिले के बैकुंठपुर में RT-PCR जांच के लिए लैब की शुरुआत होनी थी. संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव की विशेष पहल से यह संभव होता दिखाई दे रहा था. पिछले साल उन्होंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री से लेकर कोरबा सांसद से RT-PCR टेस्ट मशीन की मांग की थी. जिसके बाद सभी को उम्मीद थी कि जल्द जांच मशीन की व्यवस्था कराई जाएगी. लेकिन अभी तक लैब तैयार नहीं हुआ है.

मात्र 200 सैंपल अंबिकापुर भेजे जाते हैं

कोरिया जिले से RT-PCR की जांच के लिए अंबिकापुर के वायरोलॉजी लैब में एक बार में मात्र 200 सैंपल ही भेजे जाते हैं. ऐसे में जांच रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता है. सवाल यह भी है कि जिला अस्पताल के लैब में लिए गए सैंपल लंबे समय से बिना फ्रीजर के रखे गए हैं. जिसकी वजह से रिपोर्ट सही आएगी या नहीं यह चिंता का विषय है. फिलहाल कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी अंबिकापुर के वायरोलॉजी लैब में चर्चा करें और ज्यादा से ज्यादा सैंपल भेज कर जांच रिपोर्ट जल्द मंगवाए. ताकि समय पर जांच रिपोर्ट उपलब्ध हो सके.

कांकेर और महासमुंद में शुरू हुई RT-PCR जांच

जल्द शुरू होगा RT-PCR लैब

संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने बताया कि लैब तैयार है. ICMR के कुछ फाइनल टैक्निकल ट्रायल के काम बाकी हैं. अगले हफ्ते के तक लैब चालू हो जाएगा. डॉ रामेश्वर शर्मा और कोरिया मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि लोड बहुत ज्यादा है. काफी सैम्पल जाने की वजह से रिपोर्ट में देरी हो रही हैं. उन्होंने बताया RT-PCR लैब तैयार हो गया है. टैक्निकल परेशानियां दूर होते ही RT-PCR टेस्ट जिले में ही होगा और रिपोर्ट भी जल्द मिलेगी.

क्या है आरटीपीसीआर टेस्ट?

RT-PCR टेस्ट (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन टेस्ट) जिसके जरिए व्यक्ति के शरीर में वायरस का पता लगाया जाता है. इसमें वायरस के RNA की जांच की जाती है. जांच के दौरान शरीर के कई हिस्सों से सैंपल लेने की जरूरत पड़ती है. ज्यादातर सैंपल नाक और गले से म्यूकोजा के अंदर वाली परत से लिया जाता है. इस टेस्ट की रिपोर्ट आने में सामान्यतः 6 से 8 घंटे का समय लग सकता है. कई बार इससे ज्यादा समय भी लग सकता है. RT-PCR टेस्ट आपके शरीर में वायरस की मौजूदगी का पता लगाने में सक्षम है.

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