कोरिया : बैकुंठपुर के झुमका बांध (Jhumka Dam of Baikunthpur) के समीप एक कुंड में मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है.लेकिन इस बार जिस कुंड में मूर्ति का विसर्जन होना है उसकी हालत खस्ता है.कुंड की रिटर्निंग वॉल आधी से ज्यादा गिर चुकी है.जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. क्योंकि आने वाले दिनों में एक के बाद एक त्यौहार आएंगे.जिसमें श्रद्धालु पूजा के बाद मूर्तियों का विसर्जन करेंगे.
कुंड के पास सुविधाओं का अभाव : आपको बता दें कि कुछ साल पहले तक बाजारपारा तालाब में मूर्तियों का विसर्जन करवाया जाता था.लेकिन इस जगह को बदलकर झुमका डैम के पास एक बड़े कुंड का निर्माण करवाया गया.जहां पर लोग मूर्ति विसर्जन करने लगे.लेकिन प्रशासन अब तक इस कुंड के आसपास सुविधा जुटाने में नाकाम रहा है.कुंड तक जो पहुंच मार्ग है वो सिंगल रोड है.वहीं अभी तक कुंड के आसपास बिजली नहीं पहुंची है.लिहाजा शाम ढलते ही कुंड के आसपास अंधेरा छा जाता है. वहीं कुंड की दीवार कमजोर होने पर कभी भी बड़ा हादसा होने का खतरा बना रहता है.
किसके पास है जिम्मेदारी : आपको बता दें कि बैकुंठपुर में मूर्ति विसर्जन का कार्य नगर पालिका परिषद (baikunthpur municipality)करती है. पिछले वर्ष वह किसी भी तरह की कोई भी सुविधाएं नहीं थी. ना लाइट थी और जो क्रेन भी नगरपालिका के द्वारा मंगवाया गया था. वह भी मौके पर खराब हो गया. उसके बाद गणेश पूजा, दुर्गा पूजा पंडाल वाले लोगों ने काफी मशक्कत के बाद मूर्ति का विसर्जन किया था. लेकिन आज दिनांक तक कुंए में पड़े मूर्ति के अवशेषों को नहीं हटाया गया है. जिससे जाहिर होता है कि उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. अब देखना यह है कि इस बार समय से पहले कैसे नगरपालिका व्यवस्थाओं को दुरुस्त करती है.
मूर्ति विसर्जन में परेशानी : इस संबंध में स्थानीय लोगों से जब बात की गई तो स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले साल वो पंडाल वालों के साथ मूर्ति विसर्जन करने आए (Preparation incomplete for idol immersion in Baikunthpur Municipality) थे. तो काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा था.मजबूरन देर रात में उन्हें अपनी मूर्ति को रमदैया बगल में स्थित तालाब में विसर्जित करना पड़ा. इस संबंध में जब नगर पालिका अधिकारी से बात की गयी तब उनका यह कहना था कि '' मुझे भी इसकी चिन्ता हैं, मूर्ति विसर्जन से पहले इसकी सफाई हो जाएगी, कुंए के दीवाल के संबंध में उन्होंने कहा कि वो ग्राम पंचायत का क्षेत्र है.इसलिए दीवार बनाने की जिम्मेदारी उनकी है.''