कोरिया: मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने के लिए जिला बनाओ संघर्ष समिति द्वारा श्रीराम मंदिर मैदान में बैठक आयोजित की गई. इसमें सभी राजनीतिक दलों के साथ नगर के आम नागरिक व महिलाएं भी शामिल हुईं. लोगों का कहना है कि जिले के मुद्दे पर उनके साथ सिर्फ छलावा ही किया गया.
बीते 15 अगस्त को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में एक नए जिले की घोषणा की. कांग्रेस के नेताओं द्वारा लगातार यह कहा जाता रहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जब कभी नए जिलों की घोषणा होगी, तो उसमें मनेंद्रगढ़-चिरमिरी का नाम पहले स्थान पर होगा. उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में 36 जिले होंगे, जिसमें मनेंद्रगढ़- चिरमिरी पहला स्थान होगा.
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लोगों ने कहा कि 15 अगस्त को जिस प्रकार से क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को दरकिनार करते हुए मनेंद्रगढ़ की उपेक्षा की गई, उससे यहां के लोगों में आक्रोश है. इसे लेकर समिति ने बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. इसमें मुख्य रुप से एक प्रतिनिधिमंडल बनाकर रायपुर और दिल्ली जाने की बात कही गई.
कर सकते हैं आंदोलन
आने वाले दिनों में शहर में एक सांकेतिक प्रदर्शन भी किया जा सकता है. लोगों का कहना है कि यदि समय रहते सरकार ने इस दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया, तो इस बार सबसे बड़ा आंदोलन हो सकता है.