कोरिया: जिले के भरतपुर के नेरुआ पंचायत के सचिव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मामले में परिजनों का आरोप है कि जनपद सीईओ लगातार किसी ना किसी बात को लेकर मृतक को परेशान कर रहे थे. उन्होंने सचिव व प्रभार छीन लिया था और गढ़वार पंचायत भेजने की बात कही थी. लेकिन पंचायत का भी प्रभार नहीं सौंपा. इससे परेशान होकर सचिव छत्रपाल सिंह ने पेड़ पर लटक कर फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली.
जांच के दौरान मिला सुसाइड नोट
जांच के दौरान पुलिस को मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला है. सुसाइड नोट में लिखा है- भरतपुर जनपद पंचायत सीईओ अनिल अग्निहोत्री और पंचायत इंस्पेक्टर राजकुमार पाण्डेय जनपद भरतपुर पर उसने प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है
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मृतक के परिजनों ने बताई आपबीती
इस विषय में मृतक सचिव छत्रपाल सिंह के बेटे रवि प्रताप सिंह ने बताया कि जब तक मेरे पिता नेरूआ पंचायत सचिव के पद पर ड्यूटी कर रहे थे. बहुत अच्छे थे. जब से भरतपुर जनपद पंचायत सीईओ ने उनका प्रभात छीन लिया. तब से वो गुमसुम रहते थे. किसी से अच्छे से बात भी नहीं करते थे. उसके बाद उन्हें गढ़वार पंचायत में भेज दिया गया. दो-चार दिन वहां पर जाकर रहे लेकिन उन्हें प्रभार नहीं दिया गया. एक दिन मेरे पिता ने घर में आकर बताया कि सीईओ साहब उन्हें बुलाए, धमकाया और गाली-गलौज भी दिए. हलांकि मुझे प्रभार नहीं दिया गया है.
पुलिस जांच में जुटी
जनकपुर पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त किया है और जांच में जुट गई है.