कोरिया: धान खरीदी केंद्र जानपारा में किसानों के साथ बुरा बर्ताव किए जाने की घटना सामने आई है. किसानों का आरोप है कि धान खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक उनसे पैसों की मांग कर रहे हैं. किसानों से कहा जा रहा है कि उनके धान में नमी है जिसके चलते उनको कुछ पैसा देना होगा. लाचार किसान या तो पैसा दे रहा है या फिर धान लेकर लौट जा रहे हैं. किसानों ने समिति प्रबंधक से अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है.
धान खरीदी के नाम पर किसानों से वसूली: सरकारी दर के मुताबिक हर साल की तरह इस बार भी टोकन के आधार पर 30 क्विंटल मोटा धान खरीदा जाना है. तीन क्विंटल धान करीब 75 बोरी के आस पास होता है. धान की एक बोरी में करीब 40 किलो धान भरा जाता है. किसानों का कहना है कि खरीदी केंद्र पर उनके धान में जानबूझकर नमी बताई जाती है. किसान जब नमी होने से इंकार करता है तो उसे धान वापस ले जाने को कहा जाता है. पीड़ित किसान का कहना है कि उससे आठ सौ रुपए का भुगतान कराया गया तब धान की खरीदी हुई. आरोप है कि जानबूझकर ये मनमानी की जा रही है.
गोंगपा ने की शिकायत: गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिला अध्यक्ष ने कहा कि किसानों के साथ लूट हो रही है. जामपारा के प्रबंधक अजय साहू लोगों के साथ गलत व्यहार करने पर उतारू हो गए हैं. गोंगपा के जिला अध्यक्ष का आरोप है कि उनसे भी पैसों की मांग की गई. किसानों ने एक सुर में कलेक्टर से पूरे मामले की जांच की मांग की है. किसानों की ओर से लगाए गए आरोपों पर धान खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक की सफाई नहीं आई है.