कोरिया: छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही प्रशासन एक्टिव मोड में आ गई है. कोरिया में बीते डेढ़ साल में पहली बार प्रशासन कार्यालय में आने वाले शासकीय कर्मचारियों के कार्यालय पहुंचने की बात संज्ञान में आई है. दरअसल, गुरुवार को अपर कलेक्टर नीलम टोप्पो ने संयुक्त कलेक्ट्रेट कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. कार्यालय में 67 कर्मी समय पर नहीं पहुंचे थे. इन सभी को नोटिस जारी किया गया है. जवाब संतोषप्रद नहीं पाए जाने पर स्थिति में नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं.
अपर कलेक्टर ने दिए निर्देश: दरअसल, सरकार बदलने के बाद जिला प्रशासन ने बैठक लेकर सभी कार्यालय प्रमुख को इसके लिए अलर्ट भी किया था. बावजूद इसके समय पर नहीं पहुंचने वाले अधिकारी, कर्मचारी को फटकार लगाई गई. भविष्य में इस तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करने की चेतावनी दी गई. इस बारे में अपर कलेक्टर नीलम टोप्पो ने बताया कि, "अधिकारियों-कर्मचारियों को कार्यालय में 10 बजे से लेकर शाम 5.30 बजे तक काम करने के निर्देश दिए गए हैं."
लोगों को हो रही दिक्कतें: बताया जा रहा है कि जब अपर कलेक्टर ओचक निरीक्षण के लिए पहुंचे तो कलेक्टर कार्यालय में 67 कर्मचारी समय पर उपस्थित नहीं हो पाए थे. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले के अन्य शासकीय कार्यालयों का क्या हाल होगा. शनिवार छुट्टी होने का अधिकारी भी फायदा उठा रहे है. ये बात बीते डेढ़ साल से हर किसी को मालूम है. शुक्रवार की शाम अधिकारी अपना मुख्यालय छोड़ देते हैं और सीधे मंगलवार को टीएल में दिख जाते हैं. इसी तरह कई अधिकारी तो बहाना बनाकर 4-4 दिन रायपुर में रहते हैं. इससे आम जनता का काफी दिक्कतें होती है.
सिर्फ दो दिन होता है काम: बता दें कि कोरिया को काटकर नया जिला बनाया गया है. इससे दोनों जिले का काम प्रभावित हो रहा है. सोमवार को दोनों ही जिले के कई अधिकारी अपने कार्यालय में नहीं मिलते. मंगलवार को कोरिया और बुधवार को एमसीबी में टीएल मीटिंग होती है. गुरुवार और शुक्रवार को इसमें अधिकारी फील्ड पर चले जाते हैं. कुछ कार्यालय में मिल जाते हैं. कहने को सप्ताह में सिर्फ दो दिन ही सरकारी कार्यालय में काम हो रहा है.