कोरिया : जिले के एसईसीएल क्षेत्र और नगर पालिक निगम चिरमिरी के गोदरी पारा आजाद नगर 750 में बने एसईसीएल के मकान पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं. ये कभी भी ढह सकते हैं. इस ओर एसईसीएल प्रबंधन से लेकर नगर निगम प्रशासन तक का ध्यान नहीं जा रहा है.
दरअसल कोरिया के नगर पालिक निगम चिरमिरी और एसईसीएल कोयलांचल क्षेत्र चिरमिरी गोदरी पारा 750 में बने 3 मंजिला सैकड़ों मकान पूरी तरह जर्जर हो गए हैं. इनमें रहने वाले लोगों का कहना है कि मकान की छत के टुकड़े टूटकर गिरते रहते हैं. दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं, लेकिन इस ओर एसईसीएल प्रबंधन से लेकर नगर निगम प्रशासन तक ध्यान नहीं दे रहा.
जर्जर हो गए हैं मकान
गौरतलब है कि एसईसीएल चिरमिरी द्वारा वर्षों पहले इन मकानों का निर्माण एसईसीएल कर्मचारियों के लिए कराया गया था. पुराने होने के बाद इन मकानों में दरारें पड़ चुकी हैं. ये मकान अब जर्जर हो गए हैं. एक तरफ एसईसीएल कर्मचारी सेवानिवृत्त होकर इन मकानों को खाली कर चुके हैं, वहीं दूसरी ओर इन मकानों में चिरमिरी के आम लोग रहने लगे हैं.
नोटिस के बावजूद नहीं खाली कर रहे मकान
इस संबंध में एचईसीएल प्रबंधन का कहना है कि इन मकानों को हमने डिस्मेंटल घोषित कर दिया है. साथ ही कई बार इन मकान में रह रहे लोगों को नोटिस भी दे दिया गया है. लेकिन लोग मकान खाली नहीं कर रहे हैं. मकान में रहने वाले लोगों का कहना है कि हम मकान खाली कर देंगे तो रहेंगे कहां? वहीं नगर निगम प्रशासन इन जर्जर मकानों में रहने वाले लोगों के लिए कोई समुचित और कारगर व्यवस्था अब तक नहीं कर पाया है.
चिरमिरी एसईसीएल महाप्रबंधक ने कहा, नहीं है कोई जानकारी
चिरमिरी मेयर कंचन जायसवाल ने बताया कि मैंने एसईसीएल के अधिकारियों को लेकर इन मकानों का निरीक्षण किया. साथ ही एसईसीएल अधिकारियों को मकान की मरम्मत के लिए भी कहा है. वहीं जब चिरमिरी एसईसीएल महाप्रबंधक से बात की गई तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई.
इन मकानों के निरीक्षण में पता चला कि इस बार की बारिश तक इन मकानों की अगर मरम्मत नहीं की गई तो बरसात में बड़ी दुर्घटना हो सकती है. ऐसे में स्थानीय प्रशासन से लेकर एसईसीएल प्रबंधन इन जर्जर मकानों की मरम्मत कराता है या नहीं. या फिर प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में है, यह देखने वाली बात है.