कोरिया : छत्तीसगढ़ के सभी पुलिस थानों को 'आदर्श थाना' बनाने की पहल की जा रही है. कोरिया के झगराखण्ड थाने को आदर्श थाने के रूप में चुना गया है. जिले के सभी थानेदारों को बुलाकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की गई. सभी थाना प्रभारियों को मापदंडों के बारे में बताया गया. थानों में आमजन के साथ थाना प्रभारी और अन्य स्टाफ का व्यवहार कैसा होना चाहिए, इसके बारे में भी बातचीत की गई.
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कोरिया जिले के सभी थाना प्रभारी शामिल हुए
एसपी चंद्रमोहन सिंह ने कहा कि थानों को आदर्श थाने के साथ-साथ चाइल्ड फ्रेंडली भी बनाया जाए. झगराखंड में यूनिसेफ और कॉउंसिल फॉर सोशल जस्टिस से सम्पर्क कर प्रोग्राम का आयोजन किया गया. इसमें कोरिया जिले के सभी पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. इस कार्यक्रम का उद्देश्य पुलिस के डाउट को क्लीयर करना था. उन्होंने पीड़ित व्यक्तियों, महिलाओं और बच्चों के साथ विनम्र होकर बात करने की सलाह दी. कॉन्फ्रेंस में जुड़े अधिकारियों ने कहा कि शिकायतकर्ताओं के साथ पुलिसकर्मी संवेदनशील व्यवहार रखें. उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान करें. वहीं गुंडे-बदमाशों और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कर सकेंगे शिकायत
एसपी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि झगराखण्ड थाने में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि बच्चों को थाना न आना पड़े. वे घर पर ही रहकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी शिकायत दर्ज कर सकें. यह एक प्रपोजल है. ट्रायल में सफलता मिलने के बाद ही इसे लागू किया जाएगा. उहोंने थाने में दर्ज कराए गए रिकॉर्ड को बेहतर करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि थाना परिसर का वातावरण ऐसा होना चाहिए कि प्रवेश करने वाले के मन में सकारात्मक प्रभाव पड़े. उन्होंने सभी थाना प्रभारियों से आपस में स्वस्थ प्रतियोगिता रखने की सलाह दी, ताकि पुलिस थाने आदर्श बन सकें.