कोरिया: लॉकडाउन के दौरान भी जिले में अवैध उत्खनन का काम जारी है. भरतपुर के संरक्षित क्षेत्र हरचोका में मवई नदी से रेत निकाला जा रहा है. रेत खनन की भनक जब ग्रामीणों को लगी तो वे एक जुट होकर मौके पर पहुंचे और रेत खनन का काम रुकवाया.
लॉकडाउन में अवैध रेत खनन से ग्रामीण नाराज
ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले लगभग डेढ़ महीने पहले भी ठेकेदारों द्वारा रेत का अवैध खनन किया जा रहा था. जिसके खिलाफ ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया था. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी प्रशासन को भी दी, लेकिन मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में जनप्रतिनिधियों के खिलाफ बेहद आक्रोश देखा जा रहा है. ग्रामीणों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत का आरोप लगाया है.
'प्रशासन की नाक के नीचे हो रहा खनन'
एक तरफ जिले में लॉकडाउन लगा हुआ है. दूसरी तरफ ऐसे में रेत का खनन किया जा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि लॉकडाउन और धारा 144 के कारण सभी आने-जाने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. ऐसे में पोकलेन नदी तक पहुंचना समझ से परे हैं.
कोरिया में मनरेगा कार्यों के दौरान कोरोना गाइडलाइन का हो रहा उल्लंघन
लॉकडाउन में मनरेगा के कार्य का संचालन क्यों?
कोरोना संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए जिले में सख्त लॉकडाउन लगाया गया है. जिससे लोग अपने घरों में रहें और एक-दूसरे के संपर्क में ना आये. लॉकडाउन के दौरान भी निर्माण कार्य के लिए प्रशासन ने दिशा-निर्देश जारी किया है. कोरिया जिले के भरतपुर विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत काम कराए जा रहे हैं लेकिन इस दौरान कोरोना गाइडलाइंस का बिल्कुल भी पालन नहीं किया जा रहा है. जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.