कोरिया: मनेन्द्रगढ़ और उससे लगे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में जमीनों की अवैध प्लॉटिंग का काम चल रहा है. भू माफिया भोले भाले आदिवासियों की जमीन औने पौने दाम में खरीदकर उस पर प्लॉटिंग कर ऊंचे दामों में बेच रहे हैं. आदिवासियों की जमीनों को अपने करीबी लोगों और नौकरों के नाम पर रजिस्ट्री करवाई जा रही है. जमीनों की खरीदी बिक्री का यह धंधा भरतपुर और सोनहत विधानसभा क्षेत्र के चैनपुर, चनवारीडांड़, चौघड़ा, लालपुर, बेलबहरा और कठौतिया आदि ग्रामीण क्षेत्रो में चल रहा है.
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सीएम भूपेश बघेल ने दिए थे सख्त निर्देश: इसकी शिकायत सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने पिछले दिनों दौरे पर आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्थानीय विधायक गुलाब कमरो से की थी. जिसे लेकर सीएम भूपेश ने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए थे. दो महीने पहले मनेंद्रगढ़ पुलिस ने अवैध कालोनी के निर्माण के मामले में कॉलोनाइजर दीपक केशरवानी के खिलाफ केस भी दर्ज किया था. मनेन्द्रगढ़ में जमीनों की खरीदी बिक्री में लगे दलाल बिना किसी पंजीयन के यह काम कर रहे हैं. जबकि इसके लिये पंजीयन का होना भी अनिवार्य है. भू-माफिया बेखौफ होकर काम कर रहे हैं. लेकिन कोई बड़ी कार्रवाई इन पर नहीं हो पा रही है.
इधर मनेंद्रगढ़ प्रशासन का कहना है कि अवैध प्लॉटिंग को लेकर मिली शिकायतों के बाद 16 जगहों पर रोक लगाई गई है. सूचना मिलने पर इस पर कार्रवाई की जाती है.
वहीं, विधायक गुलाब कमरों ने बताया कि "भू-माफियाओं द्वारा ठगी करके या पैसों का प्रलोभन देकर आदिवासियों की जमीन हड़प ली जा रही है. इसलिए मैंने एसडीएम को निर्देश दिया है कि इस पर त्वरित कार्रवाई करके आदिवासियों के जमीन की बिक्री पर रोक लगाई जाए. प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल किसानों की चिंता करते है."
मनेंद्रगढ़ के एसडीएम नयनतारा सिंह तोमर ने बताया कि "इस संबंध में हमें सूचना प्राप्त हुई है. 16 जगहों पर अवैध प्लॉटिंग की जानकारी मिल रही थी. उनको स्थगन आदेश जारी कर दिया गया है और अभी वर्तमान में अवैध प्लॉटिंग नहीं हो रही है."