कोरिया: भरतपुर के मुख्यालय जनकपुर में संत रामपाल महाराज के शिष्यों ने पोस्ट मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास में क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया है. यहां रह रहे 60 लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए सैनिटाइजर, मास्क, ग्लव्स के साथ ही हरी सब्जियां और राशन बांटा गया. इसके साथ ही लोगों को नशामुक्ति के लिए प्रेरित करने के लिए 'गीता तेरा ज्ञान अमृत' पुस्तक का भी वितरण किया गया.
संत रामपाल महाराज के शिष्यों ने कहा कि जब भी किसी चीज की जरूरत पड़े, तो हम हमेशा प्रशासन के साथ हैं. इस मुश्किल घड़ी में हम लोगों को जरूरी सामान की पूर्ति करते रहेंगे.
'गीता तेरा ज्ञान अमृत' पुस्तक का लाभ
शिष्यों का कहना है कि 'गीता तेरा ज्ञान अमृत' इस आध्यात्मिक पुस्तक को पढ़कर लाखों लोगों ने नशा करना छोड़ दिया है. बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, गुड़ाखू, गांजा, शराब के सेवन से हमारे शरीर की इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होती है. इम्युनिटी सिस्टम के कमजोर होने से कोरोना वायरस से हम पीड़ित हो सकते हैं. हमें कोरोना वायरस को हराने के लिए नशे से दूर रहना होगा. यह पुस्तक हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है और समाज के लिए जरूरी भी. उन्होंने लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की सलाह दी और मास्क लगाने की अपील की.
यह सभी कार्य राज्य संयोजक पंकज दास, डॉक्टर दुष्यंत साहू, राज्य मीडिया प्रभारी राजेश शर्मा, शंभू साहू, कार्यकारिणी सदस्य सुनैना गुप्ता, प्रियंका बैगा, अविनाश नामदेव के दिशा-निर्देश पर संत रामपाल जी महाराज के मार्गदर्शन में किया जा रहा है. छात्रावास अधीक्षिका अर्पणा सिंह भी इस मौके पर मौजूद रहीं.