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कोरिया में बारिश के लिए किसानों ने कराया मेंढक की शादी

बैकुंठपुर के किसान बारिश न होने से परेशान हैं. बारिश के लिए ग्रामीणों ने पुरखों द्वारा किए जाने वाले टोटके को अपनाया (farmers got frog married For rain in Koriya) है. ग्रामीणों ने मेंढक-मेंढकी की शादी करा दी है. लोगों को मानना है कि ऐसा करने से बारिश होती है.

farmers got frog married For rain
बारिश के लिए किसानों ने कराया मेढ़क की शादी
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Published : Jul 31, 2022, 12:54 PM IST

Updated : Jul 31, 2022, 1:50 PM IST

कोरिया: कोरिया जिला के बैकुंठपुर में बारिश न होने से परेशान किसानों ने मेंढक-मेंढकी की शादी करा दी है. दरअसल, जिले में बारिश न होने से किसान परेशान हैं. सावन महीने को कुछ ही दिन बचे (farmers got frog married For rain in Koriya) हैं. पर खेत अब भी सूखे पड़े हैं. क्षेत्र की नदियां और पोखरों में पानी नहीं हैं. बारिश नहीं होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है. किसानों को चिंता सता रही है कि आखिर फसल के लिए पानी कहां से लाएं. ऐसी परिस्थितियों से निपटने को किसान टोटके का सहारा ले रहे हैं.

पुरखों द्वारा की जाने वाली प्रथा: जिला कलेक्ट्रेट से करीब 5 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम खरवत जमनीपारा में ग्रामीणों ने पानी के लिए पुरखों द्वारा किए गए काम को एक उम्मीद से दोहराया है. बैकुंठपुर ब्लॉक के ग्राम जमनी पारा में किसानों ने बारिश के लिए इंद्रदेव को मनाने के लिए मेंढक-मेंढकी की शादी का आयोजन किया. इस शादी में वर-वधू शादी का भोज, शादी की सारी रस्में पूरी की गई.

यह भी पढ़ें: बलरामपुर: बारिश के मौसम में भी सूखा पड़ा है अंवराझरिया वाटरफॉल, पर्यटकों में निराशा

बारिश न होने से फसल नष्ट होने की कगार पर: आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जमनीपारा के ग्रामीणों ने शनिवार को मेंढक-मेंढकी का विवाह संपन्न कराया है. इस विषय में जमनीपारा के ग्रामीण मारवाड़ी लाल ने बताया कि यहां बारिश न होने से फसल नष्ट होने की कगार पर है. इसलिए गांव के किसानों ने इंद्रदेव को मनाने के लिए मेंढक-मेंढकी की शादी की है. कहा जाता है कि ऐसा करने से बारिश होती है.

कोरिया: कोरिया जिला के बैकुंठपुर में बारिश न होने से परेशान किसानों ने मेंढक-मेंढकी की शादी करा दी है. दरअसल, जिले में बारिश न होने से किसान परेशान हैं. सावन महीने को कुछ ही दिन बचे (farmers got frog married For rain in Koriya) हैं. पर खेत अब भी सूखे पड़े हैं. क्षेत्र की नदियां और पोखरों में पानी नहीं हैं. बारिश नहीं होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है. किसानों को चिंता सता रही है कि आखिर फसल के लिए पानी कहां से लाएं. ऐसी परिस्थितियों से निपटने को किसान टोटके का सहारा ले रहे हैं.

पुरखों द्वारा की जाने वाली प्रथा: जिला कलेक्ट्रेट से करीब 5 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम खरवत जमनीपारा में ग्रामीणों ने पानी के लिए पुरखों द्वारा किए गए काम को एक उम्मीद से दोहराया है. बैकुंठपुर ब्लॉक के ग्राम जमनी पारा में किसानों ने बारिश के लिए इंद्रदेव को मनाने के लिए मेंढक-मेंढकी की शादी का आयोजन किया. इस शादी में वर-वधू शादी का भोज, शादी की सारी रस्में पूरी की गई.

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बारिश न होने से फसल नष्ट होने की कगार पर: आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जमनीपारा के ग्रामीणों ने शनिवार को मेंढक-मेंढकी का विवाह संपन्न कराया है. इस विषय में जमनीपारा के ग्रामीण मारवाड़ी लाल ने बताया कि यहां बारिश न होने से फसल नष्ट होने की कगार पर है. इसलिए गांव के किसानों ने इंद्रदेव को मनाने के लिए मेंढक-मेंढकी की शादी की है. कहा जाता है कि ऐसा करने से बारिश होती है.

Last Updated : Jul 31, 2022, 1:50 PM IST
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