कोरियाः जिला न्यायालय (District court koriya) में पदस्थ भृत्य महमूद आलम के मौत के मामले में मृतक के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से जांच की मांग की है. परिजनों ने बिसरा रिपोर्ट बदलने का आरोप डॉक्टरों पर लगाया है.
जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के जिला न्यायालय में पदस्थ महमूद आलम की मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है.महमूद के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायत में कहा है कि मामले को रफा-दफा करने के लिए कई तरह की साजिश की जा रही है.
परिजनों का आरोप
परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले पोस्टमार्टम हुआ और उसके बाद पोस्टमार्टम की शार्ट रिपोर्ट उजागर कर दी गई. इस मामले में जब दोबारा पोस्टमार्टम करने को कहा तो तीन डाक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम तो किया, लेकिन मृतक का बिसरा देने में काफी देर की गई. परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि बिसरा को बदल दिया गया है. जिसके कारण पहले बिसरा का डीएनए कराना होगा.
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मृतक के कमरे में ही मरा हुआ मिला था जज का कुत्ता
मृतक भृत्य महमूद के परिजनों ने कहा कि जिस कमरे में शव बरामद हुआ उसी कमरे में जज का कुत्ता भी मरा हुआ था, लेकिन उसकी कोई पड़ताल नहीं की गई, बल्कि कुत्ते को सीधे दफन करवा दिया गया. इस मामले में परिजनों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की है.