कोरिया: रायपुर में आयोजित राज्यस्तरीय छत्तीसगढ़ इन सर्विस डॉक्टर्स एसोसिएशन (सीडा) कार्यक्रम में सम्मिलित सभी जिलों के प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से OPD का बहिष्कार करते हुए 8 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठने का फैसला लिया है. इसी के तहत जिले के डॉक्टरों ने भी OPD का बहिष्कार कर दिया है.
जिले के डॉक्टरों ने OPD का बहिष्कार करते हुए कहा कि, 'सरकार हमारी 8 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं करती है, तो जिले के सभी डॉक्टर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे'. धरने पर बैठे चिकित्सकों ने कहा कि, 'किसी भी डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है तो हम और उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे'.
प्रबंधन के पास संसाधनों की कमी: डॉक्टर
डॉक्टरों ने बताया कि, 'अस्पताल प्रबंधन के पास स्टाफ, दवाई, लैब और एंबुलेंस की कमी है, जिसकी वजह से स्वास्थ्य सेवाएं हासिए पर है'. डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए शासन से मांग की है. साथ ही उन्होंने राज्यस्तर पर स्टाफ की भर्ती किए जाने की मांग की है.
ये हैं डॉक्टरों की मुख्य मांगें
डब्ल शिफ्ट ओपीडी का निस्तारिकरण, अधिकतम ड्यूटी सीमा का निर्धारण, अवकाश की पात्रता, 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, मरीजों की संख्यानुसार स्टाफ की नियुक्ति, चिकित्सा अधिकारियों की विलोपित जगह को फिर से सृजित करना, विशेषज्ञ चिकित्सकों की तत्काल नियुक्ति, ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषज्ञ सेवा बढ़ाने के लिए 50% सीटों का आरक्षण किया जाए.