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कोरिया: शौचालय ने डाली दो स्कूलों में दरार - कोरिया का झगराखाण्ड शौचालय विवाद

कोरिया के झगखंड में दो स्कूलों के बीच ODF से बने शौचालय को लेकर विवाद के हालात बन गए हैं. इंजीनियर कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं.

ODF के बने शौचालय को लेकर विवाद
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Published : Nov 23, 2019, 2:15 PM IST

Updated : Nov 23, 2019, 8:26 PM IST

कोरिया: जिले के दो स्कूलों में ODF से बने शौचालय से विवाद की स्थिति बन गई है और इस मामले में कोई भी बड़े आधिकारी कैमरे के सामने नहीं आना चाहते हैं. दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में ODF के माध्यम से पूरे देश को शौचालय मुक्त करने का बीड़ा उठाया था. लेकिन कोरिया जिले के दो स्कूलों में इसे लेकर विवाद की स्थिति बन गई है.

दो स्कूलों के बीच ODF से बने शौचालय को लेकर विवाद

यह मामला ODF के राशि की बंदरबांट से शुरू हुआ लेकिन पंचायत के इंजीनियर और अधिकारी ये समझ नहीं पाए कि ये हमारे लिए ही दिक्कत बन जाएगी और इंजीनियर ने प्लानिंग कर ODF के मद की राशि खर्च करने के बजाए बगल वाले स्कूल में बने शौचालय को कन्या स्कूल का बता कर मद की राशि हड़प ली. और तो और दूसरे स्कूल की बाउंड्री वॉल तोड़ कर वहां दरवाजा लगा दिया गया और शौचालय की दीवार पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लिखवा दिया गया. जिसने दोनों स्कूल के बीच विवाद पैदा कर दिया है.

पढ़ें- कोरिया: मंत्री प्रेमसाय के कार्यक्रम में नहीं गायी गई राजगीत

कैमरे से बचते नगर पंचायत इंजीनियर
दिल्ली से आई ODF टीम को भ्रमित कर शौचालय दिखाया गया. जब ETV भारत ने ODF टीम को इसकी जानकारी दी और उसी दौरान नगर पंचायत इंजीनियर से जवाब मांगा तो इंजीनियर ने ETV भारत के कैमरे के सामने कहा 'मैं कैमरे में कुछ नहीं बोल पाऊंगा ये क्या तरीका है, कह कर कैमरे से हट गए. वहीं स्टिंग ऑपरेशन में कैद पंचायत के कर्मचारी ये कहते नजर आए इंजीनियर ने कहा केवल दो घंटे के लिए ताला खोलना है न खुले तो तोड़ देना केवल ODF टीम देख ले फिर ताला लगा देंगे.

कोरिया: जिले के दो स्कूलों में ODF से बने शौचालय से विवाद की स्थिति बन गई है और इस मामले में कोई भी बड़े आधिकारी कैमरे के सामने नहीं आना चाहते हैं. दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में ODF के माध्यम से पूरे देश को शौचालय मुक्त करने का बीड़ा उठाया था. लेकिन कोरिया जिले के दो स्कूलों में इसे लेकर विवाद की स्थिति बन गई है.

दो स्कूलों के बीच ODF से बने शौचालय को लेकर विवाद

यह मामला ODF के राशि की बंदरबांट से शुरू हुआ लेकिन पंचायत के इंजीनियर और अधिकारी ये समझ नहीं पाए कि ये हमारे लिए ही दिक्कत बन जाएगी और इंजीनियर ने प्लानिंग कर ODF के मद की राशि खर्च करने के बजाए बगल वाले स्कूल में बने शौचालय को कन्या स्कूल का बता कर मद की राशि हड़प ली. और तो और दूसरे स्कूल की बाउंड्री वॉल तोड़ कर वहां दरवाजा लगा दिया गया और शौचालय की दीवार पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लिखवा दिया गया. जिसने दोनों स्कूल के बीच विवाद पैदा कर दिया है.

पढ़ें- कोरिया: मंत्री प्रेमसाय के कार्यक्रम में नहीं गायी गई राजगीत

कैमरे से बचते नगर पंचायत इंजीनियर
दिल्ली से आई ODF टीम को भ्रमित कर शौचालय दिखाया गया. जब ETV भारत ने ODF टीम को इसकी जानकारी दी और उसी दौरान नगर पंचायत इंजीनियर से जवाब मांगा तो इंजीनियर ने ETV भारत के कैमरे के सामने कहा 'मैं कैमरे में कुछ नहीं बोल पाऊंगा ये क्या तरीका है, कह कर कैमरे से हट गए. वहीं स्टिंग ऑपरेशन में कैद पंचायत के कर्मचारी ये कहते नजर आए इंजीनियर ने कहा केवल दो घंटे के लिए ताला खोलना है न खुले तो तोड़ देना केवल ODF टीम देख ले फिर ताला लगा देंगे.

Intro:Anchor : प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में ओडी एफ के माध्यम से बीड़ा उठाया था कि पूरे भारत को खुले में शौच से मुक्त कराना है ,लेकिन कोरिया जिले के दो स्कूलों में odf से बने शौचालय से विवाद की स्थिति बन गई है और इस मामले में कोई भी बड़े अधिकारी कैमरे के सामने नही आये पूरा मामला क्या है आइये जानते है




Body:Vo : अब सवाल यह उठता है कि दोनो स्कूलों के विवाद को कैसे सुलझाया जाए पूरा मामला odf के राशि की बंदरबाट से शुरू हुआ लेकिन पंचायत के इंजीनियर और अधिकारी ये समझ नही पाए कि ये हमारी ही फ़ांस बन जायेगा अधिकारी और इंजीनियर ने प्लानिंग कर odf के मद की राशि खर्च करने के बजाय बगल वाले स्कूल में बने शौचालय को कन्या स्कूल का बता कर मद की राशि हजम कर ली। बकायदा दूसरे स्कूल की बाउंड्री तोड़कर वहाँ दरवाजा लगा दिया गया और शौचालय की दीवार पर शासकीय कन्या उ.म.वी. लिखवा दिया गया। जो दोनों स्कूल के बीच विवाद पैदा कर दिया।

बाइट : IEM स्कूल प्रिंसिपल
बाइट : कन्या स्कूल शिक्षिका
बाइट : स्टूडेंट

दिल्ली से आई ODF टीम को भ्रमित कर शौचालय दिखाया गया। जब ETV भारत ने ODF टीम को इसकी जानकारी दी और उसी दौरान नगरपंचायत इंजीनियर से जवाब मांगा तो इंजीनियर ने ETV भारत के कैमरे के सामने कहा मै कैमरे में कुछ नही बोल पाऊंगा ये क्या तरीका है।

-विसुवल इंजीनियर का कहते हुए।

वही स्टिंग ऑपरेशन में कैद पंचायत के कर्मचारी ये कहते नजर आए इंजीनियर ने कहा केवल दो घण्टे के लिए ताला खोलना है ना खुले तो तोड़ देना केवल ODF टीम देख ले फिर ताला लगा देंगे।

-विसुवल कर्मचारी का कहते हुए।
Conclusion:Vo : अब सवाल यह उठता है कि दोनो स्कूलों के विवाद को कैसे सुलझाया जाए पूरा मामला odf के राशि की बंदरबाट से शुरू हुआ लेकिन पंचायत के इंजीनियर और अधिकारी ये समझ नही पाए कि ये हमारी ही फ़ांस बन जायेगा
Last Updated : Nov 23, 2019, 8:26 PM IST
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