कोरिया: जिले के दो स्कूलों में ODF से बने शौचालय से विवाद की स्थिति बन गई है और इस मामले में कोई भी बड़े आधिकारी कैमरे के सामने नहीं आना चाहते हैं. दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में ODF के माध्यम से पूरे देश को शौचालय मुक्त करने का बीड़ा उठाया था. लेकिन कोरिया जिले के दो स्कूलों में इसे लेकर विवाद की स्थिति बन गई है.
यह मामला ODF के राशि की बंदरबांट से शुरू हुआ लेकिन पंचायत के इंजीनियर और अधिकारी ये समझ नहीं पाए कि ये हमारे लिए ही दिक्कत बन जाएगी और इंजीनियर ने प्लानिंग कर ODF के मद की राशि खर्च करने के बजाए बगल वाले स्कूल में बने शौचालय को कन्या स्कूल का बता कर मद की राशि हड़प ली. और तो और दूसरे स्कूल की बाउंड्री वॉल तोड़ कर वहां दरवाजा लगा दिया गया और शौचालय की दीवार पर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लिखवा दिया गया. जिसने दोनों स्कूल के बीच विवाद पैदा कर दिया है.
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कैमरे से बचते नगर पंचायत इंजीनियर
दिल्ली से आई ODF टीम को भ्रमित कर शौचालय दिखाया गया. जब ETV भारत ने ODF टीम को इसकी जानकारी दी और उसी दौरान नगर पंचायत इंजीनियर से जवाब मांगा तो इंजीनियर ने ETV भारत के कैमरे के सामने कहा 'मैं कैमरे में कुछ नहीं बोल पाऊंगा ये क्या तरीका है, कह कर कैमरे से हट गए. वहीं स्टिंग ऑपरेशन में कैद पंचायत के कर्मचारी ये कहते नजर आए इंजीनियर ने कहा केवल दो घंटे के लिए ताला खोलना है न खुले तो तोड़ देना केवल ODF टीम देख ले फिर ताला लगा देंगे.