कोरिया: भरतपुर ब्लॉक के भगवानपुर में चांग देवी मंदिर की मान्यता दूर-दूर तक फैली हुई है. नवरात्र में प्रदेशभर से भक्त माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. सालभर यहां भक्तों का तांता लगा रहता है. इस साल कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मंदिर में विशेष आयोजन नहीं किए गए हैं. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भक्त माता के दर्शन कर रहे हैं. सरकार और मंदिर समिति की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के पालन को अनिवार्य किया गया है.
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सभी धर्म के लोगों की आस्था
भरतपुर-जनकपुर से राज्यमार्ग क्रमांक 3 पर 6 किलोमीटर तक की दूरी तय करने के बाद भगवानपुर गांव में ये मंदिर स्थित है. मंदिर में हिन्दुओं के साथ ही अन्य धर्मों के लोगों की भी आस्था है. चांग देवी मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है. सालभर मुस्लिम समुदाय के भक्त भी मंदिर पहुंचते हैं. मान्यता है कि चांग देवी मंदिर में सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद को देवी पूरा करती हैं. मंदिर में आस्था रखने वाले भक्तों पर कोई विपदा भी नहीं आती है.
9 दिनों तक जलती है ज्योत
मंदिर में देवी प्रतिमा के पास बारहों महीने ज्योत जलाई जाती है. नवरात्र के दौरान कलश स्थापना करने के बाद 301 घी के ज्योत जलाए जाते हैं. ये ज्योत 9 दिनों तक लगातार जलती है. देवी मंदिर के पास स्थित जवारा कक्ष में जवारे बोए जाते हैं.
नवरात्र में लौटी रौनक
लॉकडाउन के बाद मंदिर खुलने के बाद से नियमों का पालन भक्तों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है. भक्तों को माता के दर्शन की अनुमति दी गई थी, लेकिन घंटी बजाने, प्रसाद चढ़ाने और गर्भ गृह में जाने की परमिशन नहीं थी. वहीं पुजारी को भी सावधान रहने के लिए निर्देश दिए गए थे. मंदिर में घंटी बजाने की भी अनुमति नहीं थी. सैनिटाइजर से हाथ साफ करने के बाद ही प्रसाद दिए जाने के भी निर्देश थे, लेकिन नवरात्र शुरू होने के साथ ही भक्त दोबारा मंदिर पहुंचने लगे हैं. नवरात्र में मंदिर की रौनक दोबारा लौट आई है.