कोरिया : लॉकडाउन में भले ही बड़े व्यापारियों को नुकसान हो रहा हो, लेकिन मजदूरों को मनरेगा के तहत दिए जाने वाले काम से उनकी जीविका आसान हो गई है. वहीं दूसरी ओर रोजगार सहायक से लेकर कार्यालय के कर्मचारी तक मनरेगा के काम में फर्जीवाड़ा करने में लगे हुए हैं. गैबियन वॉल निर्माण के नाम पर फर्जी बिल बनवाकर 10 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं. अधिकारी और ठेकेदार मिलकर गरीबों के लिए बनी मनरेगा योजना पर पलीता लगा रहे हैं.
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परिवहन की भी जानकारी नहीं
बता दें कि, मटेरियल और परिवहन भाड़ा का बिल बनाने वाली कंपनी का भी पता नहीं है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे काम में फर्जीवाड़ा किया गया है. बता दें जब ये काम कराया जा रहा था उस वक्त गांव की सरपंच राजवती को रोजगार सहायक शिवप्रसाद की कार्य प्रणाली पर शक हुआ था, जिसकी शिकायत जनपद पंचायत के उच्चाधिकारियों से की गई थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. इसके बावजदू फर्जीवाड़ा का खेल जारी रहा. जिसके बाद नेरआ की सरपंच राजवती ने स्थानीय विधायक गुलाब कमरो से बातचीत की, जिसके बाद उन्होंने एसडीएम को जांच के आदेश दिए. अब देखना है कि सब कुछ फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रशासन क्या कार्रवाई करता है.