कोरियाः प्रसिद्ध सिद्ध शक्ति पीठ चांग देवी माता मंदिर लॉकडाउन के दौरान बंद रहेगा. चांग देवी माता मंदिर के अध्यक्ष भैया बहादुर ने बताया कि नवरात्र में 13 अप्रैल से 21 अप्रैल तक मंदिर में नियमित पूजा पाठ होगा, लेकिन इस दौरान किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित रहेगा. पूजा पाठ का सारा काम काज पुजारी ही करेंगे. लॉकडाउन के दौरान माता के दरबार में श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक लगी है.
जलाई जाएंगी मनोकामना ज्योतिकलश
दर्शनार्थियों को माता दर्शन का लाभ नहीं मिलेगा. मंदिर में जिन श्रद्धालुओं ने नवरात्रि पर्व के लिए मनोकामना ज्योतिकलश की राशि जमा की है. विधि विधान से उनके दीप प्रज्ज्वलित किया जाएंगे, लेकिन श्रद्धालु अपने कलश का प्रत्यक्ष दर्शन नहीं कर सकेंगे.
लोगों की आस्था का केंद्र है चांग देवी का मंदिर
चांग मंदिर से हिंदुओं के साथ-साथ अन्य धर्मों के लोगों की भी आस्था जुड़ी है. चांग मंदिर में सच्चे मन से मांगी गई हर मनोकामना देवी पूरी करती हैं. इस मंदिर में आस्था रखने वाले भक्तों पर कोई विपदा नहीं आती है. यह मंदिर भरतपुर के भगवानपुर गांव में स्थित है. नवरात्र में प्रदेशभर से भक्त माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. सालभर यहां भक्तों का तांता लगा रहता है. इस साल कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मंदिर में विशेष आयोजन नहीं किए गए हैं. सरकार और मंदिर समिति की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के पालन को अनिवार्य किया गया है.
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12 महीने जलती है ज्योत
भरतपुर विकासखंड से 6 किलोमीटर दूर भगवानपुर गांव में यह मंदिर स्थित है. मंदिर में देवी प्रतिमा के पास बारहों महीने ज्योत जलाई जाती है. नवरात्र के दौरान कलश स्थापना करने के बाद 301 घी के ज्योत जलाए जाते हैं. ये ज्योत 9 दिनों तक लगातार जलती है. देवी मंदिर के पास स्थित जवारा कक्ष में जवारे बोए जाते हैं, लेकिन इस बार इन सब काम में भाग लेने की अनुमति श्रद्धालुओं को नहीं दी गई है.