एमसीबी : मवेशियों को पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के सीधी जिले के चुरहट इलाके से लाया गया था. इन मवेशियों को एमपी के कोतमा पशु बाजार में ले जाया जा रहा था. इसके लिए इनके पास किसी तरह की कोई अनुमति नही थी. जिसके बाद पिकअप गाड़ियों में सवार सात लोगों असलम खान, राजकुमार सिंह, शाहिद खान, मुखिया यादव, हसीन खान, सुरेश यादव और सुनील साहू पर पशु क्रूरता और परीक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई. वहीं जनकपुर पुलिस ने सभी मवेशियों को जब्त कर बहरासी के गौठान को सौंप दिया है. यहां बता दे कि जनकपुर केल्हारी मार्ग पशु तस्करी का प्रमुख मार्ग बन चुका है. जहां से मवेशियों को लाया ले जाया जाता है. इसके पहले भी इस मार्ग में इस तरह की कार्रवाई हुई है.
कैसे मिली सूचना : पूरे मामले की जानकारी देते हुए जनकपुर थाना प्रभारी एमएल शुक्ला ने बताया कि '' मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर मवेशियों को भरकर ले जाने की फिराक में है.जानकारी मिलते ही तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की सूचना दी गई. वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर 11 फरवरी 2023 को जनकपुर पुलिस ने 3 पिकअप वाहन में कृषि योग्य 28 पशु लादकर परिवहन कर रहे आरोपियों को पकड़ लिया.''
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कहां से लाए गए थे मवेशी : पशुओं को चुरहट जिला सीधी मध्य प्रदेश से लोड कर कोतमा मध्य प्रदेश बाजार ले जाया जा रहा था. मुखबिर की सूचना पर ग्राम बहरासी थाना जनकपुर के जंगल में तीनों पिकअप वाहन को रोककर कुल 28 मवेशियों बरामद किया गया है. सभी पशुओं को बहरासी के गोठान में सरपंच को सुपुर्द किया गया है.जब्त पशुओं का चिकित्सकीय परीक्षण पशु चिकित्सक से कराया जा रहा है.जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह ने बताया कि '' इस क्षेत्र में निरंतर लगातार गौ तस्करी होती है. तीनों पिकप में गौवंशों की दुर्दशा हो गई है. गौवशों को तस्कर बूचड़खाने ले जा रहे थे.इन तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं और जनकपुर पुलिस को धन्यवाद देता हूं.''