कोरबा: नौतपा के बीत जाने के बाद भी गर्मी का प्रकोप कम नहीं हुआ है. तापमान बढ़ने के कारण आम जनजीवन के साथ बेजुबान जानवर और पक्षी भी प्रभावित हो रहे हैं.गर्मी के दिनों में दाना और पानी के लिए पशु पक्षी दाना पानी के लिए भटकते देखे जा सकते हैं. लेकिन कोरबा शहर के कुछ युवा रोज सुबह अपने तय समय पर 500 कबूतरों के लिए वह तीन प्रकार के दानों का इंतजाम करते हैं. इसमें चना दाल, खड़ी मूंग, चावल समेत अन्य दाने शामिल रहते हैं.कबूतर समेत दूसरे पक्षी भी इन दानों को चुगकर चले जाते हैं.
पक्षियों को दाना देकर मिलता है सुकून : पक्षियों को दाना देने पुराना बस स्टैंड पहुंचे मनोहर कहते हैं कि "मैं लगभग डेढ़ साल से यह काम कर रहा हूं. करीब करीब लॉकडाउन के समय यह काम शुरू किया था. जो अब तक जारी है. हर सुबह पक्षी यहां आते हैं, मैं उन्हें दाना डालता हूं और वह मेरी आंखों के सामने दाना चुगते हैं. उन्हें देखने में बड़ा अच्छा महसूस होता है. मन को सुकून मिलता है, इसलिए मैं नियमित तौर पर अब यह काम करने लगा हूं".
रॉबिन मसीह के मुताबिक "गर्मी के मौसम में लोग व्याकुल हो जाते हैं. ऐसे में पक्षियों की तो हालत और नाजुक रहती है. ऐसे समय में इनके लिए दाना और पानी का इंतजाम करना हमारा दायित्व भी है. इस काम को करके मुझे काफी अच्छा महसूस होता है. मैंने अपने घर में भी एक घड़ा पानी भरकर छत पर रखा है. जिससे पक्षियों को कम से कम पानी की कोई कमी ना हो.
हिंदू धर्म में भी पक्षियों को दाना डालने का महत्व :हिंदू धर्म और ज्योतिषाचार्य के अनुसार पक्षियों को दाना डालने का अपना महत्व होता है. कुछ लोग इसे पूण्य से जोड़कर देखते हैं. तो ज्योतिष विद्या के अनुसार पक्षियों को दाना डालने से ग्रहदोष दूर होते हैं. पक्षियों को दाना देने के लिए अलग-अलग चीजों का उपयोग भी होता है. अलग-अलग दानों के प्रकार से भी ग्रहों के दोष दूर होने की मान्यता है. ऐसी भी मान्यता है कि पक्षियों को दाना डालने से परिवार में शांति बनी रहती है.
क्या है दाना डालने का वैज्ञानिक महत्व : पर्यावरण में संतुलन बनाये रखने के साथ भोजन चक्र के लिए बेजुबान प्राणी बेहद महत्वपूर्ण हैं. पक्षी विज्ञान के मुताबिक जीव जंतुओं समेत पक्षियों का संरक्षण करना बेहद जरूरी है. लेकिन आधुनिक जीवन शैली और पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के कारण पक्षियों के कई प्रजातियों पर विलुप्ति का खतरा मंडरा रहा है. यह पर्यावरण के लिए बेहद घातक है. खास तौर पर गर्मी के मौसम में पक्षियों की देखभाल ज्यादा जरूरी हो जाती है. ताकि पर्यावरण का संतुलन बना रहे.