रायपुर : हर कोई नया साल को अलग-अलग अंदाज में मनाते है. कोई केक काटकर तो कोई पिकनिक पार्टी करके और कुछ लोग मंदिर में जाकर भगवान से खुशहाली सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हैं. लेकिन ज्योतिष के नजरिए से नए साल की शुरुआत महिला, पुरुष और छात्रों को कैसे करनी चाहिए इस बात को भी जानना जरुरी है. इसी विषय को लेकर ईटीवी भारत ने ज्योतिषाचार्य पंडित प्रिया शरण से जानकारी ली. जिसके बाद उन्होंने महिला पुरुष और छात्र के लिए अलग-अलग उपाय बताएं. जिससे नए साल की शुरुआत की जा सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं नए साल की शुरुआत महिला पुरुष और छात्रों को कैसे और किस तरह से करनी चाहिए.
महिलाएं कैसे करें नए साल की शुरुआत ?: ज्योतिष पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "स्त्रियों के ऊपर पुण्य का दबाव ज्यादा होता है. अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए दुआ करें. अपने पति के अच्छे व्यवसाय और उज्जवल भविष्य की कामना करें. अपने माता-पिता की चिंता करें. अपने सास ससुर के लिए जरूर दुआ करें. अपने भाई बहन के लिए दुआ करें. ऐसा करने के साथ ही महिलाओं को भगवान नंदीश्वर की पूजा करने के साथ ही उन्हें भरपेट घास का भोजन कराए और रोटी खिलाना चाहिए.
महिलाएं नए साल के पहले दिन शंकर जी के मंदिर में जाकर भगवान नंदी को अपनी सारी मनोकामनाएं कह दें. ऐसा करने से सभी प्रकार के राज की प्राप्ति होती है. किसी भी गरीब या जरूरतमंद को सवा 5 किलो गेहूं या गेहूं का आटा दान करें. संसार में सभी प्रकार के दरिद्रता को दूर करने के लिए महिलाओं को दान भी करना चाहिए. अभिषेक करना चाहिए. भगवान का नाम लेना चाहिए. अच्छा स्वाध्याय और सत्संग करना चाहिए. नए साल के पहले दिन आर्थिक तंगी से दूर होने के लिए चांदी के लोटे में कच्चा दूध दही शहद इत्यादि रखकर भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए.यथासंभव दान करने के साथ ही रामचरितमानस और भागवत गीता का पाठ करना चाहिए - पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी
छात्रों को 9 बातों का ध्यान रखना जरुरी : ज्योतिष पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "नए साल की शुरुआत में छात्रों को खासतौर पर 9 बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. छात्रों को रूटिंग बेहतर रखना होगा. इसके लिए उन्हें गणपति अथर्व शीर्ष का पाठ करना चाहिए. छात्र को अपना टारगेट फिक्स रखना चाहिए . पीपल पेड़ के नीचे एक तेल का दिया जलाना चाहिए. छात्रों को मेंटल फिटनेस पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी होता है. उन्हें विवादों से बचने के साथ ही सुबह जल्दी उठने का प्रयास करना चाहिए. इसके लिए छात्रों को रात में जल्दी सोने के साथ ही सुबह जल्दी उठना चाहिए.मेडिटेशन के साथ ही योग भी करना चाहिए. छात्र को पढ़ाई के साथ ही ड्रामा थिएटर म्यूजिक जैसी चीजों में भी रुचि बढ़ानी होगी. छात्र को टाइम मैनेजमेंट का भी खास तौर पर ध्यान रखना होगा. इसके लिए छात्र को शेड्यूलिंग करनी होगी. अनुशासन में रहना होगा. हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ ही हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. छात्रों को हमेशा नई-नई चीजों को सीखनी चाहिए. छात्र को सेल्फ चैलेंजिंग होना भी जरूरी है. छात्र को हेल्दी और बैलेंस डाइट लेना चाहिए.