कोरबा: करतला विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत भंवरखोल में इन दिनों तेंदूपत्ता तोड़ने का काम चल रहा है, लेकिन इसी बीच ग्रामीणों ने तेंदूपत्ता के मुंशी जयकुमार कंवर पर आरोप लगाया है कि वो 3 सालों से अपने जान-पहचान वालों को पहले ही तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए कहता है और उसके एक दिन बाद गांव में कोटवार के माध्यम से तेंदूपत्ता तोड़ने का मुनादी करा दी है.
इसी बात से नाराज होकर गांव की महिलाओं की ओर से गांव में सभा कराई गई, जिसमें महिलाओं ने बताया कि जयकुमार और उसकी पत्नी महिलाओं से बदसलूकी करती है. महिलाओं का यह भी आरोप है कि तेंदूपत्ता तोड़ने जाने वाले परिवारों के बच्चे अच्छे अंक से पास होते हैं, तो उन्हें सरकार की ओर से स्कॉलरशिप मिलता है, लेकिन जयकुमार कंवर इस राशि का भी गबन कर लेता है, जिसके कारण स्कॉलरशिप की राशि बच्चों तक नहीं पहुंच पाती है. गांव की ग्रामीण महिलाएं तेंदूपत्ता के फड़ मुंशी को हटाने की मांग कर रही हैं.
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तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए मुनादी करवाया था
ETV भारत की टीम ने मुंशी जयकुमार कंवर से उनका पक्ष जानना चाहा, तो उन्होंने बताया कि दूसरे गांव के ग्रामीणों ने तेंदूपत्ता तोड़ने का काम शुरू कर दिया था और इसे देखकर भंवरखोल की ग्रामीण महिलाएं भी तेंदूपत्ता तोड़ने चली गईं. उसने कहा कि किसी भी परिवार को तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए नहीं बोला गया है. ये लोग अपनी मर्जी से गए थे. फड़ मुंशी ने कहा कि उसने तो कोटवार के माध्यम से शाम को तेंदूपत्ता तोड़ने के लिए मुनादी कराई थी.