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अघोषित बिजली कटौती से ग्रामीण परेशान, सब स्टेशन के पास बैठकर जताया विरोध

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Published : Aug 24, 2020, 9:19 AM IST

Updated : Aug 24, 2020, 9:29 AM IST

कोरबा के ग्राम पंचायत रजगामार में पिछले कई दिनों से हो रही अघोषित बिजली के कटौती से ग्रामीण परेशान हैं. हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के कारण ग्रामीणों का रात के अंधरे में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है.

Villagers protest for powercut
अघोषित बिजली कटौती का विरोध करते ग्रामीण

कोरबा: रामपुर विधानसभा ब्लॉक के ग्राम पंचायत रजगामार में अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं. लगातार हो रही बिजली की कटौती से आक्रोशित ग्रामीणों ने रजगामार सब स्टेशन के पास बैठकर विरोध जताया है.

अघोषित बिजली कटौती का ग्रामीणों ने किया विरोध

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले से ही कई सारी परेशानी है, ऊपर से अघोषित बिजली कटौती ने उनकी नींद उड़ा दी है. ग्रामीण बताते हैं कि गांव में 24-24 घंटे बिजली नहीं आती है. उनका कहना है कि वन क्षेत्र होने के कारण आए दिन जंगली जानवर और जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा बना रहता है. वहीं पानी की समस्या भी बनी हुई है.

जंगली जानवरों का होता है डर

ग्रामीणों का कहना है कि हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के कारण जान का खतरा बना रहता है. रात-रातभर बिजली नहीं आने के कारण बच्चों पर भी असर पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि जब इसकी शिकायत के लिए रजगामार सब स्टेशन के जेई को फोन लगाया जाता है, तो कोई कॉल रिसीव नहीं करता.

पढ़ें: इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर किया विरोध प्रदर्शन

खराब मौसम के कारण की जा रही बिजली कटौती

सहायक लाइनमैन चंदन कुमार चौबे ने बताया कि दो-तीन दिनों से मौसम खराब होने के कारण 33 केवी लाइन पर प्रॉब्लम आ रही है, इसलिए बिजली बंद की जाती है. उनका कहना है कि बिजली कोरबा से बंद होती है. रजगामार के सब स्टेशन में 10 गांव आते हैं. इन 10 गांवों में से किसी एक गांव में भी फॉल्ट होता है, तो बिजली बंद करनी पड़ती है. उसके बाद सुधार कार्य किया जाता है.

कोरबा: रामपुर विधानसभा ब्लॉक के ग्राम पंचायत रजगामार में अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान हैं. लगातार हो रही बिजली की कटौती से आक्रोशित ग्रामीणों ने रजगामार सब स्टेशन के पास बैठकर विरोध जताया है.

अघोषित बिजली कटौती का ग्रामीणों ने किया विरोध

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पहले से ही कई सारी परेशानी है, ऊपर से अघोषित बिजली कटौती ने उनकी नींद उड़ा दी है. ग्रामीण बताते हैं कि गांव में 24-24 घंटे बिजली नहीं आती है. उनका कहना है कि वन क्षेत्र होने के कारण आए दिन जंगली जानवर और जहरीले जीव-जंतुओं का खतरा बना रहता है. वहीं पानी की समस्या भी बनी हुई है.

जंगली जानवरों का होता है डर

ग्रामीणों का कहना है कि हाथी प्रभावित क्षेत्र होने के कारण जान का खतरा बना रहता है. रात-रातभर बिजली नहीं आने के कारण बच्चों पर भी असर पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि जब इसकी शिकायत के लिए रजगामार सब स्टेशन के जेई को फोन लगाया जाता है, तो कोई कॉल रिसीव नहीं करता.

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खराब मौसम के कारण की जा रही बिजली कटौती

सहायक लाइनमैन चंदन कुमार चौबे ने बताया कि दो-तीन दिनों से मौसम खराब होने के कारण 33 केवी लाइन पर प्रॉब्लम आ रही है, इसलिए बिजली बंद की जाती है. उनका कहना है कि बिजली कोरबा से बंद होती है. रजगामार के सब स्टेशन में 10 गांव आते हैं. इन 10 गांवों में से किसी एक गांव में भी फॉल्ट होता है, तो बिजली बंद करनी पड़ती है. उसके बाद सुधार कार्य किया जाता है.

Last Updated : Aug 24, 2020, 9:29 AM IST
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