कोरबा: रोगरही गांव के ग्रामीणों ने बालको प्रबंधन के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की है. यह शिकायत बालको प्रबंधन की ओर से आदिवासियों के निजी जमीन पर पावर प्लांट से उत्सर्जित राखड़ डंप किए जाने पर की गई है.
इस राखड़ से गांव का पर्यावरण दूषित हो रहा है, ग्रामीणों की फसलों को भी नुकसान पहुंच रहा है. वर्तमान में राख गांव की सड़कों तक पहुंच चुका है, जिससे पैदल चलने में भी परेशानी हो रही है. पीने का पानी भी प्रदूषण की चपेट में आ गया है. इसलिए ग्रामीण गांव की सरपंच चंदाबाई के साथ शिकायत करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने बालको प्रबंधन पर ठोस कार्रवाई की मांग करते हुए, समस्या से निजात दिलाने की मांग की है.
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शिकायती पत्र में जमीन अधिग्रहरण का उल्लेख
- बालको ने ग्राम रोगबाहरी में सन 1990 में 44 किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया था. तब से अब तक चार बार इस गांव के आसपास की जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है.
- बालको प्रबंधन ने नौकरी और मुआवजा का वादा भी किया था. लेकिन अब भी ग्रामीणों को नौकरी नहीं मिल सकी है.
- पत्र में आगे बताया गया है कि राखड़ डेम का निर्माण नियम विरुद्ध किया जा रहा है. जिसकी दीवार से पानी रिस कर गांव में प्रवेश कर रहा है.
- रासायनिक पानी के रिसाव से यहां के लगभग 33 परिवार की 30 एकड़ भूमि अब बंजर होने की स्थिति में है. इतना ही नहीं गांव की निजी भूमि पर भी राखड़ डंप किया जा रहा है.