कोरबा: जिले के विशेष कोविड अस्पताल में मेडिकल टीम ने 12 घंटों के अंतराल में दो कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया है. एक कोरोना पॉजिटिव महिला ने विशेष कोविड अस्पताल की मेडिकल टीम के प्रयासों से स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है. जबकि दूसरी महिला ने स्वस्थ बेटी को जन्म दिया है. जन्म लेते ही कोविड अस्पताल बच्चों की किलकारियों से गूंजने लगा. नन्हें मेहमानों की किलकारियों से कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों और लगातार होती मौत के तनाव के बीच डॉक्टरों के चेहरे पर खुशी के साथ उम्मीद की किरण भी नजर आई.
कोविड अस्पताल में डॉक्टर प्रिन्स जैन के नेतृत्व में अस्पताल की मेडिकल टीम ने रवि शंकर शुक्ल निवासी कोरोना पॉजिटिव महिला का स्वस्थ प्रसव कराया है. कोरोना पॉजिटिव महिला को 22 अक्टूबर की सुबह ही प्रसव पीड़ा के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जानकारी के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रही थी, लेकिन 22 अक्टूबर की सुबह उसे प्रसव पीड़ा होने लगी, जिसकी सूचना तत्काल स्वास्थ्य विभाग को दी.
होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करवा रही थी दोनों महिलाएं
सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के अमले ने उसे सुरक्षित प्रसव के लिए कोविड अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां महिला ने स्वस्थ बेटी को जन्म दिया है. इसी तरह 22 अक्टूबर की शाम को ही पौड़ी बहार की रहने वाली एक कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिला को कोविड अस्पताल में लाया गया था. महिला भी पहले से ही होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना का इलाज करा रही थी.
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कलेक्टर किरण कौशल ने दोनों शिशुवती माताओं को बधाई दी और कोविड अस्पताल के पूरे मेडिकल स्टाफ की तारीफ कर हौसला बढ़ाया. कलेक्टर ने कहा कि गर्भवती महिला के कोविड-19 संक्रमित होने के कारण सुरक्षित प्रसव कराना चुनौतीपूर्ण है, जिसे डॉक्टरों की टीम अच्छे ढंग से निभा रही है. कलेक्टर ने कहा कि जिले में बनाए गए कोविड अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीज लगातार ठीक हो रहे हैं. कोविड अस्पताल में कुशल डॉक्टरों और नर्सों की मेडिकल टीम की ड्यूटी लगाई गई है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दी जानकारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीबी बोर्डे ने बताया कि दोनों महिलाओं का इलाज होम आइसोलेशन में रखकर किया जा रहा था. प्रसव पीड़ा शुरू होने पर एक को गुरुवार की सुबह और दूसरी को शाम के समय कोरबा ESIC अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में डॉक्टर प्रिन्स जैन की देखरेख में डॉक्टर उषा धीरे, सुष्मिता परिदा, निर्मला कंवर और झूलकुंवर जगत की टीम ने दोनों का सफलतापूर्वक प्रसव कराया, जिसके बाद दोनों जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं. नर्सिंग स्टाफ जच्चा-बच्चा की लगातार देखभाल कर रहा है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कोविड अस्पताल में अभी तक चार गर्भवती कोरोना पॉजिटिव महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराया जा चुका है.