कोरबा : शहर से लगी डिंगापुर बस्ती के लोग इन दिनों मधुमक्खी के हमले से परेशान हैं. यहां नगरपालिक निगम का पुस्तकालय भी संचालित है, जहां स्थायी वैक्सीनेशन केंद्र बनाया गया है. यहां कोविड वैक्सीनेशन का काम लगातार चल रहा है, लेकिन मधुमक्खियों के हमले से कर्मचारियों के साथ-साथ स्थानीय लोग भी काफी परेशान हैं. एक दिन पहले ही यहां मधुमक्खियों के दल ने लोगों पर हमला कर दिया. इस कारण भगदड़ मच गई थी. मधुमक्खियों ने लोगों को अपना शिकार बना लिया था. कुछ लोगों को तो अस्पताल में भर्ती करने तक की नौबत आ गई थी.
कोरबा में टीचर ने सुसाइड नोट में लिखा अपनी मौत का मैं खुद जिम्मेदार, फिर लगा ली फांसी
पानी टंकी में है मधुमक्खियों का छाता
नगर निगम के पुस्तकालय के समीप ही पानी टंकी भी स्थापित है. दरअसल मधुमक्खियां ठंडे वातावरण में अपना छाता बनाना पसंद करती हैं. पानी टंकी उनके लिए एक सुरक्षित ठिकाना होता है. यह आम लोगों की पहुंच से दूर भी होता है. पानी टंकी में मधुमक्खियों के करीब दर्जनभर छाते बने हुए हैं, जहां बड़ी तादाद में मधुमक्खियां मौजूद हैं. यहीं से मधुमक्खियां सीधे डिंगापुर बस्ती वालों और वैक्सीनेशन सेंटर में काम कर रहे कर्मचारियों पर हमला बोल देती हैं.
पक्षी करते हैं परेशान, तब मधुमक्खियों का होता है हमला
मधुमक्खियों के छाते के आस-पास ही पक्षियों का भी बसेरा रहता है. पक्षी जब मधुमक्खियों के छाते को छेड़ते हैं तब मधुमक्खियां छाते से निकल जाती हैं और सामने आए व्यक्ति पर हमला बोल देती हैं. इस तरह से नियमित अंतराल पर अब मधुमक्खियों का हमला हो रहा है. अब तो हालात यह हैं कि लोग मधुमक्खियों के छाते पर नजर टिकाए रखते हैं. कब हमला हो जाए कि घर भागने की नौबत आ जाए.