कोरबाः ब्लॉक के 84 ग्राम पंचायत के सचिवों और रोजगार सहायकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 13वें दिन भी जारी रही. पंचायत सचिव शासकीयकरण की मांग को लेकर बीते साल 26 दिसंबर से भरतपुर ब्लॉक मुख्यालय में धरने पर बैठे हैं. प्रांतीय आह्वान पर रोजगार सहायक संघ भी अपनी 3 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं.
13 दिन से बंद है ग्राम पंचायत का काम
हड़ताल के कारण 13 दिन से ग्राम पंचायतों के सभी कामकाज बंद है. सचिवों और रोजगार की मांगों पर सरकार ने अबतक सकारात्मक फैसला नहीं लिया है. भरतपुर ब्लॉक मे पंचायत स्तर के हितग्राहियों का कोई भी काम नहीं हो रहा है. इसे लेकर हितग्राही ब्लॉक के मुख्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सरकार फिर भी मान नहीं रही है. सचिव संघ भरतपुर के अध्यक्ष वैदेहीशरण तिवारी ने बताया कि पंचायतीराज के शुरुआत से ही सचिव पीड़ित और शोषित है.
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सरकार सचिवों के साथ नहीं कर रही न्याय
शासकीयकरण को लेकर कोई भी सरकार उनके साथ न्याय नहीं किया है. शासकीयकरण के संबंध में किसी तरह से सहमति नहीं बन पा रही है, लेकिन फिर भी मांग को तवज्जो नहीं दिया जा रहा है. पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों के हड़ताल पर चले जाने से भरतपुर जनपद के सभी पंचायतों में ताला बंद की स्थिति हो गई है. इनके हड़ताल पर चले जाने से आमजनों को कई तरह की परेशानी उठानी पड़ रही है. साथ ही ग्रामीणों को होने वाली परेशानियों की जवाबदेही भी राज्य सरकार की है.