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शौचालय निर्माण में घोटाला: शौच के लिए जंगल जाने को मजबूर ODF घोषित गांव के ये ग्रामीण

कोरबा के सुपातराई गांव को ओडीएफ तो घोषित कर दिया गया, लेकिन यहां अब भी ग्रामीण खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर है. ग्रामीणों के घर आज भी शौचालय नहीं बने हैं. उन्होंने इसकी शिकायत कई बार सरपंच और सचिव से की है, लेकिन अब तक किसी ने सुध नहीं ली है.

Scam in toilet construction
शौचालय निर्माण में घोटाला
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Published : Nov 22, 2020, 7:35 PM IST

Updated : Nov 22, 2020, 8:19 PM IST

कोरबा: गांवों में स्वच्छ भारत की तस्वीर अब धुंधली नजर आ रही है. खुले में शौच मुक्त गांव किए जाने का संकल्प टूट रहा है. शौचालयों के निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी 'जहां सोच वहां शौचालय' की सोच गांवों में स्थापित नहीं हो पा रही है. सुपातराई गांव को ओडीएफ तो घोषित कर दिया गया, लेकिन यहां अब भी ग्रामीण खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर हैं.

शौचालय निर्माण में घोटाला

करतला विकासखंड के ग्राम पंचायत सुपातराई को 4 साल पहले ओडीएफ घोषित किया गया है, लेकिन सुपातराई गांव के ग्रामीणों का कहना है कि यहां शौचालय ही नहीं बना. मजबूरी में इन्हें शौच के लिए जंगल में जाना पड़ता है. जंगली जानवर या जहरीले सांप का खतरा बना रहता है. सुपातराई गांव जंगल से घिरा हुआ है, इसीलिए ग्रामीणों को डर के साये में शौच क्रिया के लिए जाना पड़ता है.

पढ़ें-World Toilet Day 2020: शौचालय के उपयोग के प्रति जागरूक हो रहे ग्रामीण

ग्रामीण रामदयाल ने बताया कि उनके घर में शौचालय बनाने के लिए ईंट भी गिर चुका था, लेकिन पता नहीं किसके कहने पर वहां गिरे ईंट को भी दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया. ग्रामीण रामदयाल के घर में अभी तक शौचालय नहीं बन पाया है.

ग्रामीणों ने कई बार की शिकायत

ग्रामीण मैना बाई का कहना है कि उनके यहां राशन कार्ड के हिसाब से दो शौचालय बनने थे, लेकिन उनके घर एक ही शौचालय बना दिया गया है. जहां शौचालय का पाइप भी टूटा हुआ है. मैना बाई सरपंच और सचिव से कई बार गुहार लगा चुकीं हैं. इसके बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

पढ़ें-शौचालय निर्माण में गड़बड़ी, पंचायत प्रतिनिधियों पर राशि गबन करने का आरोप

सरपंच ने नहीं दी जानकारी

ETV भारत की टीम ने ग्राम पंचायत सुपातराई की सरपंच से जानकारी लेनी चाही, लेकिन उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वहीं सरपंच पति से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने मीडियाकर्मियों से गाली-गलौज भी की, जिसके बाद वह मारपीट की धमकी भी देने लगा.

कोरबा: गांवों में स्वच्छ भारत की तस्वीर अब धुंधली नजर आ रही है. खुले में शौच मुक्त गांव किए जाने का संकल्प टूट रहा है. शौचालयों के निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी 'जहां सोच वहां शौचालय' की सोच गांवों में स्थापित नहीं हो पा रही है. सुपातराई गांव को ओडीएफ तो घोषित कर दिया गया, लेकिन यहां अब भी ग्रामीण खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर हैं.

शौचालय निर्माण में घोटाला

करतला विकासखंड के ग्राम पंचायत सुपातराई को 4 साल पहले ओडीएफ घोषित किया गया है, लेकिन सुपातराई गांव के ग्रामीणों का कहना है कि यहां शौचालय ही नहीं बना. मजबूरी में इन्हें शौच के लिए जंगल में जाना पड़ता है. जंगली जानवर या जहरीले सांप का खतरा बना रहता है. सुपातराई गांव जंगल से घिरा हुआ है, इसीलिए ग्रामीणों को डर के साये में शौच क्रिया के लिए जाना पड़ता है.

पढ़ें-World Toilet Day 2020: शौचालय के उपयोग के प्रति जागरूक हो रहे ग्रामीण

ग्रामीण रामदयाल ने बताया कि उनके घर में शौचालय बनाने के लिए ईंट भी गिर चुका था, लेकिन पता नहीं किसके कहने पर वहां गिरे ईंट को भी दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया. ग्रामीण रामदयाल के घर में अभी तक शौचालय नहीं बन पाया है.

ग्रामीणों ने कई बार की शिकायत

ग्रामीण मैना बाई का कहना है कि उनके यहां राशन कार्ड के हिसाब से दो शौचालय बनने थे, लेकिन उनके घर एक ही शौचालय बना दिया गया है. जहां शौचालय का पाइप भी टूटा हुआ है. मैना बाई सरपंच और सचिव से कई बार गुहार लगा चुकीं हैं. इसके बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

पढ़ें-शौचालय निर्माण में गड़बड़ी, पंचायत प्रतिनिधियों पर राशि गबन करने का आरोप

सरपंच ने नहीं दी जानकारी

ETV भारत की टीम ने ग्राम पंचायत सुपातराई की सरपंच से जानकारी लेनी चाही, लेकिन उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वहीं सरपंच पति से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने मीडियाकर्मियों से गाली-गलौज भी की, जिसके बाद वह मारपीट की धमकी भी देने लगा.

Last Updated : Nov 22, 2020, 8:19 PM IST
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