कोरबा: रेलवे स्टेशनों के बाहर ऑटो चालकों की मनमानी दिन-प्रतिदन बढ़ती ही जा रही है. इस पर लगाम लगाने के लिए आरपीएफ ने जिला ऑटो संघ से ऑटो चालकों की लिस्ट मंगाई है. साथ ही ऑटो चालकों के नाम, मोबाइल नंबर, ऑटो के रजिस्ट्रेशन नंबर जैसी तमाम जानकारियां सूची के जरिए मंगाई गई हैं.
बता दें कि हाल ही में ऑटो संघ और आरपीएफ के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था. स्टेशन पर ऑटो चालकों की मनमानी को देखते हुए आरपीएफ ने यह फैसला लिया है. आरपीएफ प्रभारी रमेश कुमार राठौर ने बताया कि पिछले डेढ़ सालों से ऑटो चालकों से स्टेशन से चलने वाले ऑटो की सूची मांगी गई थी, लेकिन अब तक वह नहीं मिली.
प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी
आरपीएफ के एक अधिकारी ने कहा कि ज्यादा समय तक यह मनमानी नहीं चलेगी. सुरक्षा कारणों के चलते यह लिस्ट ऑटो संघ जल्द से जल्द आरपीएफ को सौंपे वरना डेडलाइन जारी कर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी.
नहीं है ऑटो चालको की कोई लिस्ट
वहीं जिला ऑटो संघ का कहना है कि हमारे पास अलग से स्टेशन में चलने वाले ऑटो चालकों कि कोई लिस्ट नहीं है. हमारे पास पूरे जिले के ऑटो चालकों की लिस्ट है.
ऑटो चालकों का कोई एरिया फिक्स नहीं
जिला ऑटो संघ के उपाध्यक्ष कुमार स्वामी ने बताया कि कई बार हमने आरपीएफ से पूरे जिले की ऑटो चालकों की लिस्ट देने की बात की तो उन्होंने सिर्फ स्टेशन परिसर में चलने वाले ऑटो चालकों की जानकारी मांगी, जो कि देना असंभव है. हमारे यहां किसी भी ऑटो चालकों का कोई एरिया फिक्स नहीं है. हालांकि आरपीएफ के दबाव के चलते कुछ 200 ऑटो चालकों की सूची ऑटो संघ जल्द आरपीएफ को देगा.