कोरबाः जिले के गोपालपुर में स्थित केंद्रीय विद्यालय के भवन में प्रवासी मजदूरों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है. इस क्वॉरेंटाइन सेंटर में 304 मजदूरों को रखा गया है, जो जिले के अन्य क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए मजदूरों की संख्या से बहुत ज्यादा है. संख्या बढ़ने के कारण सेंटर में बदहाली के साथ ही यहां मौजूद अव्यवस्थाएं भी हैं, जिससे मजदूर नाराज हैं.1 दिन पहले बासी खाना मिलने की शिकायत पर मजदूरों ने खाना फेंक दिया था. छोटे बच्चों को लेकर क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहीं महिला मजदूरों की शिकायत है कि खाना समय पर नहीं मिल रहा है. जिससे बच्चों के स्वास्थ्य बिगड़ने का डर बना हुआ है.
गोपालपुर के क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूरों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जहां मजदूरों को यहां 14 दिन बिताना है, लेकिन संख्या ज्यादा होने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में जिस तरह मजदूर रखे गए हैं, उससे उनमें खासी नाराजगी है. क्वॉरेंटाइन सेंटर की अव्यवस्था से मजदूरों के घर पहुंचने की खुशियां गम में बदल रही हैं.
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क्वॉरेंटाइन सेंटर में रुके मजदूरों ने बताया कि भवन फिलहाल निर्माणाधीन है, बावजूद इसके इसे क्वॉरेंटाइन सेंटर बना दिया गया है, जहां पानी की कमी की वजह से नहाने के साथ ही शौचालय जाने पर भी बेहद असुविधा होती है. भोजन के पैकेट भी समय पर नहीं पहुंच रहे हैं. जिससे बच्चे भूखे प्यासे सो जाते हैं.
महिला हुई बेहोश
क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखी गई एक महिला मजदूर बेहोश भी हो गई थी. हालांकि प्रशासन ने यह भी दावा किया है कि स्वास्थ्य कर्मी फौरन मौके पर पहुंचे और उसका इलाज शुरू कर दिया. इस विषय में बीएमओ रूद्र पाल सिंह का कहना है कि महिला शारीरिक रूप से कमजोर है. इसलिए बेहोश होकर गिर गई थी. सेंटर में ही उसका इलाज चल रहा है. वर्तमान में उसकी स्थिति बेहतर है.
संक्रमित इलाकों से पहुंचे हैं मजदूर
गोपालपुर स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए मजदूर संक्रमित राज्यों से जिले में दाखिल हुए हैं. भीड़ ज्यादा होने से सोशल डिस्टेंसिंग का लगातार उल्लंघन हो रहा है. प्रशासन यहां व्यवस्था नहीं बना पा रहा है, जिसके कारण मुश्किलें बढ़ सकती हैं. वहीं इस संबंध में कटघोरा एसडीएम सूर्य किरण तिवारी का कहना है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में यथासंभव व्यवस्था दी गई है. यदि कहीं अव्यवस्था है तो निरीक्षण कर उसमें सुधार किया जाएगा.