कोरबा: कटघोरा उपजेल में सोमवार को हत्या के मामले में जेल में बंद कैदी की अचानक तबीयत खराब होने से उसकी मौत हो गई. मामले में मृतक के परिजनों का आरोप है कि उसकी तबीयत खराब नहीं हुई थी. परिजनों ने अचानक हुई मौत के मामले में जांच की मांग की है.
दरअसल, कटघोरा उपजेल में सोमवार की सुबह एक कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई. कैदी का नाम राजकुमार बताया जा रहा है, जो कि 28 साल का था. राजकुमार को 9 महीने पहले हत्या के मामले में जेल लाया गया था. सोमवार की सुबह करीब 4 बजे के आस-पास उसे कार्डियक अटैक आने से अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई है.
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तबीयत खराब होने के बाद कैदी को कटघोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक के भाई ने बताया कि राजकुमार को 19 नवंबर 2019 में अपनी पत्नी के प्रेमी की हत्या में सजा हुई थी. इतने दिनों में उसकी कभी तबीयत खराब नहीं हुई थी. मृतक के भाई ने राजकुमार की अचानक हुई मौत पर जांच की मांग की है. मौत की सूचना मिलते ही कटघोरा पुलिस और नायब तहसीलदार रविशंकर राठौर कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
20 जून को दुर्ग जेल में कैदी ने लगाई थी फांसी
इससे पहले 20 जून को दुर्ग केंद्रीय जेल के अस्पताल में एक कैदी का फंसी पर लटकता शव मिला था. जेल प्रबंधन के मुताबिक कैदी ने फांसी लगाई थी. जेल प्रबंधन ने पुलिस को कैदी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना दी थी. वहीं प्रबंधन की माने तो फिलहाल घटना को सुसाइड माना जा रहा है, लेकिन मृतक के पास से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला सका है. वहीं जेल के अंदर कड़ी सुरक्षा के बीच एक कैदी का आत्महत्या कर लेना जेल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रहा है.