कोरबा : असली नोट लेकर नकली नोट थमाने वाले शातिर गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने तीन शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पसान थाने के लैंगा गांव में 25 से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बनाया है.
दरअसल, लैंगा गांव में कुछ दिन पहले ऑनलाइन ऋण देने के नाम से कुछ लोग पहुंचे थे. उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि 'वे लाखों रुपये का लोन बिना किसी कागजी कार्रवाई के मुहैया करा सकते हैं'. उन्होंने लोन के बदले ग्रामीणों से 10% कमीशन की शर्त रखी थी.
झांसे में आ गए ग्रामीण
ग्रामीण इस झांसे में आ गए. ठगों ने एक-दो दिन पहले सभी से बकायदा फॉर्म भराया और लोन देने के नाम पर उन्हें बंद लिफाफा दिया. बदमाशों ने कमीशन के तौर पर 4 से 5 हजार रुपये ले लिए और ग्रामीणों को लिफाफा घर जाकर खोलने की बात कही. घर जाकर ग्रामीणों ने जब लिफाफा खोला तब उसमे दो-दो हजार के नकली नोट मिले.
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जब्त किया गया प्रिंटर
ठगी का शिकार होने पर ग्रामीणों ने मामले की शिकायत थाने में की. इसके बाद पुलिस ने खोजबीन कर आरोपियों को बिलासपुर के पेंड्रा थाना के बेचखार से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों का नाम रवि गुप्ता, अमित पदवार और कांता प्रसाद बताया जा रहा है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 18,000 रुपये का नकली नोट और प्रिंटर जब्त किया है.