कोरबा : डीजल और कबाड़ चोरी के मामलों में सुरक्षाकर्मियों की भूमिका हमेशा से रही है. इस बार मामला क्रेडिट लेने का है. देर रात CISF के जवानों ने डीजल चोरों को पकड़ा और थाने में लिखित आवेदन दिया. फिर कुसमुंडा पुलिस ने वाहवाही लूटने नई सूचना जारी कर दी.
जिले के खदानों में डीजल और कबाड़ चोरी जैसे मामलों को लेकर वर्षों से पेंच फंसा रहता है. खदानों के भीतर डीजल चोरी और इसमें सुरक्षाकर्मियों के संरक्षण और संलिप्तता की बातें नई नहीं है. हमेशा से यह चर्चा का विषय रहा है, इस तरह की वारदातों में पुलिस और CISF दोनों सी की भूमिका संदिग्ध रही है, लेकिन इस बार मामला क्रेडिट लेने का है.
CISF ने दी लिखित सूचना और कुसमुंडा पुलिस लूट रही वाह वाही
दरअसल यह पूरा मामला जिले के SECL के कुसमुंडा खदान का है. खदान में डीजल चोरी करते डीजल चोरों को CISF के जवानों ने रंगे हाथ पकड़ा. चोरी का डीजल और आरोपियों को कुसमुंडा पुलिस के सुपुर्द कर दिया. लेकिन कुसमुंडा पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसे संयुक्त टीम बनाकर घेराबंदी कर कार्रवाई करना बता दिया. कुसमुंडा खदान में CISF के सुरक्षा प्रभारी अमरेश मिश्रा ने लिखित सूचना देकर पुलिस को बताया है कि 1 दिन पहले कुसमुंडा खदान में CISF की पेट्रोलिंग पार्टी निरीक्षण कर रही थी. इस दौरान तड़के सुबह 4 बजे खदान के वर्क शॉप नंबर 1 में कुछ लोग खड़ी डोजर से डीजल चोरी कर रहे थे. जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया. जिनका नाम भी नोट किया गया है.
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'पुलिस ने केस दर्ज किया'
आरोपियों के नाम रीत लाल रात्रे, जवाहरवलाल और संजू नायकर नाम के व्यक्ति हैं. इनसे 35 लीटर वाले 5 जरीकेन भी जब्त किया गया है. जिसमें डीजल भरा हुआ था. डीजल की कीमत लगभग 14 हजार रुपये है. CISF के सुरक्षा प्रभारी ने बताया कि मामले में कुसमुंडा पुलिस ने अपराध क्रमांक 70/2021, धारा 379, 3 के तहत केस दर्ड कर जांच में लिया है.
कुसमुंडा पुलिस ने जारी किया प्रेस नोट
इधर कुसमुंडा पुलिस ने अपने स्तर पर एक और प्रेस विज्ञप्ति जारी की. जिसमें ये बताया गया कि जिले के पुलिस अधीक्षक ने डीजल चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है. जिस पर संज्ञान लेते हुए डीजल चोरों के खिलाफ कार्रवाई करने मुखबिर लगाया गया था. मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए कुसमुंडा व CISF के सुरक्षा गार्ड की संयुक्त टीम की घेराबंदी कर 3 आरोपियों को पकड़ा गया है. जिनके कब्जे से 35 लीटर डीजल बरामद किया गया है. जिन तीनों आरोपियों के नाम का पुलिस ने अपनी विज्ञप्ति में उल्लेख किया है. वे भी वहीं आरोपी है. जिनका जिक्र CISF ने किया है.
डीजल चोरों को लेकर पुलिस और CISF दोनों आमने-सामने है. देखने वाली बात होगी कि दोनों में से किसका झूठ सामने आता है.