कोरबा: दीपका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर्स की उपलब्धता को लेकर सवाल उठने लगे हैं. लोगों की शिकायत है कि डॉक्टर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद नहीं रहते हैं, जिससे लोगों को इलाज के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. मजबूरी में उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा, जहां इलाज के नाम पर लोगों के जेब खाली हो रही है.
लोगों ने इसकी शिकायत जनप्रतिनिधियों से की, तो उन्होंने तुरंत नायब तहसीलदार से बात की और समस्याओं को अवगत कराया, जिसके बाद नायाब तहसीलदार ने लोगों को आश्वासन दिया कि अस्पतालों की वो खुद निरीक्षण करेंगे. अस्पतालों में गड़बड़ी पाई गई, तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन जब तहसीलदार ने वहां जाकर तहकीकात की, तो सब कुछ सामान्य पाया गया.
कोरोना के मद्देनजर ओपीडी की गई बंद
मामले में डॉक्टर कंवर का कहना है कि 'कोरोना वायरस के फैले संक्रमण को देखते हुए अभी ओपीडी बंद की गई है. फिलहाल सामान्य जांच कर दवाइयां दी जा रही है, जिससे लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो'.