कोरबा: एसईसीएल (SECL) गेवरा के सेवानिवृत्त कर्मचारी के अकाउंट से 37 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी की गई है. यह ठगी करीब 1 महीने पहले हुई थी. जब रिटायर्ड कर्मचारी भगवान सिंह चौहान के फोन पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने उधार में लिए पैसे वापस करने का झांसा दिया. फोन रिटायर्ड कर्मी की बेटी भावना ने उठाया था. वह ठगों के झांसे में आ गई. जिसके बाद भगवान सिंह चौहान के अकाउंट से 37 लाख रुपए गायब हो गए. जब 1 महीने बाद बैंक के जरिए इस बात का पता चला तब परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई. वह दौड़ते भागते पुलिस थाने पहुंचे. पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है.
SECL के मकान नंबर MD/957 दीपका कॉलोनी निवासी भगवान सिंह चौहान मार्च में गेवरा प्रोजेक्ट से कुछ समय पहले ही रिटायर हुए थे. जिसके बाद ही उन्हें पीएफ का करीब 61 लाख रुपये मिले थे. जिसमें कुछ पैसे खर्च करने के बाद बाकी की रकम गेवरा के यूको बैंक में ही जमा थे. बीते महीने 14 अक्टूबर को भगवान सिंह के मोबाइल में फोन आया. जिसे उनकी बेटी भावना ने रिसीव किया. ठग ने कहा कि आपके पिता जी से हिमांशु शेखर नाम के व्यक्ति ने कुछ पैसे उधार लिए थे. जिसे अब वापस करना है.
इसलिए अपना बैंक डिटेल बताइए ताकि पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर किए जा सकें.
पहले 5 रुपये किए ट्रांसफर
ठग ने बेटी को भरोसे में लेने के लिए पहले तो खाते में 5 रुपये ट्रांसफर किए. जिसके बाद मोबाइल ऐप के जरिए एक और ट्रांजैक्शन रिसीव करने को कहा. इस ट्रांजेक्शन को रिसीव करते ही खाते से 20 हजार रुपये कट गए. जब बेटी ने 20 हजार काटे जाने की जानकारी ठग को दी तब उसने कहा कि तुम्हारी गलती से कट गए हैं. मैं दोबारा लिंक भेज रहा हूं. रिसीव करना पैसे वापस आ जाएंगे. लेकिन दोबारा भेजे गए लिंक रिसीव करते ही फिर से 20 हजार रुपये और कट गए. इसके बाद भगवान सिंह का मोबाइल हैंग होकर ऑफ हो गया.
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कर्मचारी और परिजनों से हुई बड़ी चूक
मोबाइल हैंग होने के बाद भगवान सिंह के खाते से लगातार पैसे कटने का क्रम जारी था. इसकी जानकारी तब हुई जब पीड़ित पक्ष 12 नवंबर को पैसे निकालने के लिए बैंक पहुंचे. तब बताया गया कि बैंक खाते में 99 हजार ही बचे हैं. यह सुनकर भगवान सिंह चौहान ने तत्काल बैंक से स्टेटमेंट निकलवाए, तब उन्हें 37 लाख रुपये की ठगी होने का पता चला. उन्होंने इसकी सूचना तत्काल दीपका थाने में दी. दीपका थाने ने 420, 506 के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
बढ़ रहे मामले पुलिस के लिए चुनौती
ऑनलाइन ठगी का मामला दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है. पुलिस और बैंकों के जरिए लोगों को बार-बार समझाइश दी जा रही है कि बैंक से संबंधित किसी भी तरह की गोपनीय जानकारी किसी से साझा न करें.