कोरबा: korba traffic police सड़क हादसों को रोकने के लिए पुलिस ने ताबड़तोड़ सघन चेकिंग अभियान चलाने के लिए कमर कस ली है. दरअसल औद्योगिक जिला कोरबा में सड़क हादसों का ग्राफ खासा बढ़ा हुआ है. अलग अलग कारणों से इस वर्ष अब तक 246 लोगों की सड़क हादसों की वजह से असमय मौत हो गई है. जिस पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने आने वाले सोमवार से जिले भर में अलग अलग पॉइंट बनाकर चेकिंग अभियान तेज करने की रणनीति तैयार की है.
सड़क हादसे में 246 मौत: कोरबा जिले में साल 2022 में अब तक सड़क दुर्घटना में करीब 246 लोंगो की मौत हो चुकी है. जबकि 519 लोग घायल हुए हैं. दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण शारब पीकर ड्राइव करना, लापरवाही पूर्वक वाहन चलाना और यातायात नियमों का पालन नहीं करना पाया गया है. इस बात को ध्यान में रखते हुए कोरबा पुलिस ने सोमवार से सघन वाहन जांच की योजना बनाई है. इसके लिए शहर सहित जिले में 10 अधिक चेकिंग प्वाइंट बनाए गए है. जहां रैंडम आधार पर अलग अलग समय में चेकिंग अभियान चलेगा.
सोमवार से शहर के तमाम चौक चौराहे पर मुस्तैदी: आगामी सोमवात से जिले के अलग अलग चौक चौराहों पर पुलिस की तैनाती रहेगी. स्टेट हाइवे और नेशनल हाइवे में भी जवान मुस्तैद रहेंगे. पुलिस के मुतबिक ज्यादातर हादसे ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखने और शराब के नशे ने वाहन दौड़ाने को वजह से हुए है. इन्हीं वजहों को ध्यान में रखते हुए पहली बार कोरबा पुलिस ने एक साथ जिले भर में चेकिंग प्वाइंट बनाकर कार्रवाई करने मुहिम छेड़ दी है.
90% मौत दोपहिया वाहन चालकों की: जिले में सड़क हादसे में मरने वालों में 90 प्रतिशत लोग दोपहिया वाहन चालक थे. इनमें से किसी ने भी वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं पहना था.
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अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया: "हमने सड़क हादसों का गहन अध्ययन किया है. जिसमें हमने कई तरह के कारण पाए हैं. अब इन कारणों को दुरुस्त करने के लिए सघन चेकिंग अभियान की शुरुआत की जा रही है. इस कारण चेकिंग के दौरान हेलमेट नहीं पहनने वालों पर सख्ती बरतते हुए कार्यवाही की जाएगी. इसके अलावा नाबालिग वाहन चालक, तीन सवारी, वाहनों के दस्तावेज नहीं रखने वाले, ध्वनी और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर भी कारवाई होगी."