कोरबा: लॉकडाउन के दौरान कई लोग लापरवाह बने हुए हैं. कोरोना संक्रमण की रफ्तार प्रदेश में तेज है. बावजूद लोग संक्रमण से बचने के लिए प्रशासन के बनाए नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. पूरे जिले में फिलहाल पाबंदी लागू है. कोतवाली थाना क्षेत्र के संजय नगर में कुछ लोग बहती नहर में नहाने पहुंचे थे. इस दौरान कोतवाली टीआई दुर्गेश शर्मा गश्त लगाते हुए यहां से गुजर रहे थे. थाना प्रभारी ने नहर में नहा रहे सभी लोगों को बाहर निकाला. सभी से उठक-बैठक करवाया. उसके बाद उन्हें इस शर्त पर छोड़ा कि लॉकडाउन के नियमों का पालन करेंगे.
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सिंचाई के लिए नहर में छोड़ा गया था पानी
सिंचाई विभाग नहरों के जरिए निस्तारी के साथ ही खेतों की सिंचाई के लिए गर्मियों के मौसम में पानी छोड़ता है. इस दौरान गांव से लेकर शहरी क्षेत्र के लोगों के लिए यह नहर तैराकी का केंद्र बन जाता है. रेलवे स्टेशन के समीप संजय नगर से लेकर राताखार तक लॉकडाउन में भी लोग नहर में नहाते हुए दिख जाते हैं. मौजूदा मामले में भी कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले संजय नगर और रेलवे स्टेशन के आसपास के इलाकों में लोग बड़े पैमाने पर भरी दोपहर में और दिन के अलग-अलग समय में नहर में नहाने पहुंचते हैं. बार-बार समझाने के बावजूद लोग अपने साथ ही लोगों की सेहत को भी मुश्किल में डालते हैं. जिसके कारण पुलिस ने उन्हें रविवार को जमकर सबक सिखाया.
बहते पानी में संक्रमण का खतरा
निस्तारी के लिए छोड़े जाने वाले पानी में लोग नहाने पहुंच जाते हैं. इस दौरान यदि किसी संक्रमित ने नहर में स्नान कर लिया तो नहर के बहते हुए पानी से कई लोगों में संक्रमण फैलने की संभावना बन जाती है. जिले में अब हजारों की संख्या में एक्टिव मरीज मौजूद हैं. एक-एक की निगरानी कर पाना पुलिस और प्रशासन के लिए संभव नहीं है. ऐसे में लापरवाही बरतते हुए यदि किसी संक्रमित ने नहर में स्नान कर लिया तो वह कई लोगों को संक्रमण दे सकता है. इस लिहाज से लोगों को नहरों में स्नान करने से रोकना और भी जरूरी हो जाता है.