ETV Bharat / state

4 महीने में 1500 फैक्ट्री संचालकों को नोटिस: शफी अहमद

छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद कोरबा पहुंचे, उन्होंने कोरबा के श्रम संगठनों से मुलाकात की. ETV भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए कोशिश लगातार जारी. वहीं सभी इंडस्ट्रीज को पंजीयन के दायरे में लाने का प्रयास किया जा रहा है.

president of Chhattisgarh Labor Welfare Board
शफी अहमद EXCLUSIVE
author img

By

Published : Jan 25, 2021, 5:09 PM IST

Updated : Jan 25, 2021, 5:31 PM IST

कोरबा: छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद कोरबा प्रवास पर रहे. इस दौरान उन्होंने श्रम संगठनों के साथ ही कांग्रेस के श्रमिक विंग के लोगों से खास बातचीत की. श्रमिक बाहुल्य जिला होने के कारण श्रमिकों के समक्ष कोरबा में कई तरह की चुनौतियां हैं. अधिकारों और उचित मेहनताने को लेकर भी श्रमिक कई बार आंदोलनरत रहते हैं. ऐसे में कोरबा जिले को लेकर श्रम कल्याण मंडल की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. अहमद का कहना है कि जब से उन्होंने यह दायित्व संभाला है, तभी से श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने का प्रयास कर रहे हैं.

शफी अहमद EXCLUSIVE

सवाल- श्रमिकों की बेहतरी के लिए मंडल की क्या भूमिका है ?

जवाब- शफी अहमद ने बताया कि वे पूरे छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं. श्रमिकों से चर्चा भी कर रहे हैं और यह पता लगा रहे हैं कि कहीं कोई श्रमिक अपने अधिकारों से वंचित तो नहीं है. श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए जो भी कानून बने हैं. उन्हें लागू करवाने के साथ ही श्रमिकों को हर तरह की सुविधा मिले ऐसी कोशिश की जा रही है.

'रमन सिंह के कार्यकाल में नहीं हुआ काम'

श्रम कल्याण मंडल के कामकाज से जुड़े सवाल पर अहमद का कहना है कि छत्तीसगढ़ का श्रम विभाग तीन भागों में बंटा हुआ है. पहले असंगठित कर्मकार आते हैं, दूसरा श्रमिक कर्मकार मंडल और तीसरा जिसका दायित्व हमारे पास है. वह श्रम कल्याण मंडल है. यदि किसी भी फैक्ट्री या संस्था में 10 या 10 से ज्यादा मजदूर काम करते हैं. तो वह श्रम कल्याण मंडल की योजनाओं की परिधि में आ जाएगा. उस संस्था पर श्रम कल्याण मंडल के सभी तरह के नियम लागू होंगे. वर्तमान में देखा यह जा रहा है कि यदि किसी फैक्ट्री में 200 लोग काम कर रहे हैं, तो ठेकेदार या फैक्ट्री संचालक सिर्फ 40 या 50 लोगों का ही पंजीयन करवा रहे हैं. जिसके कारण मजदूर अपने अधिकारों से वंचित हो रहे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और श्रमिकों को उनका अधिकार दिलाने की कोशिश की जा रही है. पिछले 15 साल में जब रमन सिंह की सरकार थी. तब इस दिशा में कोई भी प्रयास नहीं हुआ. हमारी कोशिश है कि श्रमिकों के चेहरे की खोई हुई मुस्कान को लौटाया जाए.

पढ़ें-लॉकडाउन के बाद मजदूरों की बढ़ी परेशानी, नहीं मिल रहा काम

सवाल-नियमों का उल्लंघन करने वालों पर मंडल क्या कार्रवाई कर रही है?

जवाब- मुझे छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल का दायित्व संभाले सिर्फ 4 महीने ही हुए हैं. इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले 1500 फैक्ट्री संचालकों को नोटिस जारी कर दिया गया है. पिछले कुछ सालों में इतनी बड़ी तादाद में कभी भी नोटिस जारी नहीं हुए हैं. हमने श्रमिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. यदि 8 घंटे की जगह 12 घंटे काम करवा कर मजदूरों को 8 घंटे का भी मेहनताना मिल रहा है, तो वह हेल्पलाइन नंबर( 9109849992) पर फोन कर सकते हैं.ईमेल भी किया जा सकता है.

सवाल- कोरबा का ESIC अस्पताल कब शुरू होगा ?

जवाब- कोरबा में निर्मित हो चुका ESIC अस्पताल के शुरू नहीं होने के प्रश्न पर अहमद का कहना है कि हाल ही में धरसींवा दौरे के दौरान स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा हुई थी. इस बारे में हमने सेक्रेटरी से भी चर्चा की है. फिलहाल यह साफ नहीं हैं कि इस अस्पताल का संचालन स्वास्थ्य विभाग करेगा या फिर श्रम विभाग? इस पर 15 दिनों के अंदर ही नीति बन जाएगी और साफ हो जाएगा कि संचालन कौन सी एजेंसी करेगी. जल्द ही इसका संचालन शुरू हो जाएगा.

पढ़ें-तालाबंदी पर श्रम विभाग ने पॉवर प्लांट प्रबंधन को जारी किया नोटिस

10 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन

श्रम कल्याण मंडल द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत 10 रुपये में गर्म पौष्टिक भोजन देने की योजना है. यह योजना भी कोरबा में संचालित नहीं है. इस सवाल के उत्तर में अहमद का कहना है कि जहां श्रमिकों की संख्या ज्यादा है, वहां प्रथम चरण में इस योजना को लागू किया गया है. जल्दी ही अन्य जिलों में भी योजना शुरू होगी.

कोरबा: छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल के अध्यक्ष शफी अहमद कोरबा प्रवास पर रहे. इस दौरान उन्होंने श्रम संगठनों के साथ ही कांग्रेस के श्रमिक विंग के लोगों से खास बातचीत की. श्रमिक बाहुल्य जिला होने के कारण श्रमिकों के समक्ष कोरबा में कई तरह की चुनौतियां हैं. अधिकारों और उचित मेहनताने को लेकर भी श्रमिक कई बार आंदोलनरत रहते हैं. ऐसे में कोरबा जिले को लेकर श्रम कल्याण मंडल की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. अहमद का कहना है कि जब से उन्होंने यह दायित्व संभाला है, तभी से श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने का प्रयास कर रहे हैं.

शफी अहमद EXCLUSIVE

सवाल- श्रमिकों की बेहतरी के लिए मंडल की क्या भूमिका है ?

जवाब- शफी अहमद ने बताया कि वे पूरे छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं. श्रमिकों से चर्चा भी कर रहे हैं और यह पता लगा रहे हैं कि कहीं कोई श्रमिक अपने अधिकारों से वंचित तो नहीं है. श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए जो भी कानून बने हैं. उन्हें लागू करवाने के साथ ही श्रमिकों को हर तरह की सुविधा मिले ऐसी कोशिश की जा रही है.

'रमन सिंह के कार्यकाल में नहीं हुआ काम'

श्रम कल्याण मंडल के कामकाज से जुड़े सवाल पर अहमद का कहना है कि छत्तीसगढ़ का श्रम विभाग तीन भागों में बंटा हुआ है. पहले असंगठित कर्मकार आते हैं, दूसरा श्रमिक कर्मकार मंडल और तीसरा जिसका दायित्व हमारे पास है. वह श्रम कल्याण मंडल है. यदि किसी भी फैक्ट्री या संस्था में 10 या 10 से ज्यादा मजदूर काम करते हैं. तो वह श्रम कल्याण मंडल की योजनाओं की परिधि में आ जाएगा. उस संस्था पर श्रम कल्याण मंडल के सभी तरह के नियम लागू होंगे. वर्तमान में देखा यह जा रहा है कि यदि किसी फैक्ट्री में 200 लोग काम कर रहे हैं, तो ठेकेदार या फैक्ट्री संचालक सिर्फ 40 या 50 लोगों का ही पंजीयन करवा रहे हैं. जिसके कारण मजदूर अपने अधिकारों से वंचित हो रहे हैं. ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है और श्रमिकों को उनका अधिकार दिलाने की कोशिश की जा रही है. पिछले 15 साल में जब रमन सिंह की सरकार थी. तब इस दिशा में कोई भी प्रयास नहीं हुआ. हमारी कोशिश है कि श्रमिकों के चेहरे की खोई हुई मुस्कान को लौटाया जाए.

पढ़ें-लॉकडाउन के बाद मजदूरों की बढ़ी परेशानी, नहीं मिल रहा काम

सवाल-नियमों का उल्लंघन करने वालों पर मंडल क्या कार्रवाई कर रही है?

जवाब- मुझे छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल का दायित्व संभाले सिर्फ 4 महीने ही हुए हैं. इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले 1500 फैक्ट्री संचालकों को नोटिस जारी कर दिया गया है. पिछले कुछ सालों में इतनी बड़ी तादाद में कभी भी नोटिस जारी नहीं हुए हैं. हमने श्रमिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. यदि 8 घंटे की जगह 12 घंटे काम करवा कर मजदूरों को 8 घंटे का भी मेहनताना मिल रहा है, तो वह हेल्पलाइन नंबर( 9109849992) पर फोन कर सकते हैं.ईमेल भी किया जा सकता है.

सवाल- कोरबा का ESIC अस्पताल कब शुरू होगा ?

जवाब- कोरबा में निर्मित हो चुका ESIC अस्पताल के शुरू नहीं होने के प्रश्न पर अहमद का कहना है कि हाल ही में धरसींवा दौरे के दौरान स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा हुई थी. इस बारे में हमने सेक्रेटरी से भी चर्चा की है. फिलहाल यह साफ नहीं हैं कि इस अस्पताल का संचालन स्वास्थ्य विभाग करेगा या फिर श्रम विभाग? इस पर 15 दिनों के अंदर ही नीति बन जाएगी और साफ हो जाएगा कि संचालन कौन सी एजेंसी करेगी. जल्द ही इसका संचालन शुरू हो जाएगा.

पढ़ें-तालाबंदी पर श्रम विभाग ने पॉवर प्लांट प्रबंधन को जारी किया नोटिस

10 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन

श्रम कल्याण मंडल द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना के तहत 10 रुपये में गर्म पौष्टिक भोजन देने की योजना है. यह योजना भी कोरबा में संचालित नहीं है. इस सवाल के उत्तर में अहमद का कहना है कि जहां श्रमिकों की संख्या ज्यादा है, वहां प्रथम चरण में इस योजना को लागू किया गया है. जल्दी ही अन्य जिलों में भी योजना शुरू होगी.

Last Updated : Jan 25, 2021, 5:31 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.