कोरबा: सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली सुविधा से लोग लाभान्वित हो रहे हैं. विपरीत परिस्थितियों में भी लोगों की उपस्थिति यहां पर दर्ज हो रही है. बारिश के मौसम में बीमारी फैलने के साथ मरीजों की संख्या बढ़ी है. हालात ऐसे हो गए हैं कि जिला अस्पताल में वार्ड के बाहर भी बेड लगाने की नौबत आ गई है. मौजूदा परिस्थितियों में मरीजों को काफी परेशान होना पड़ रहा है.
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कोरबा जिला अस्पताल का बदतर हालत: बारिश के साथ राहत जरूर मिली, लेकिन कई तरह से मुश्किलें भी खड़ी हो गई. ये तस्वीर कोरबा जिला अस्पताल की है...यहां वार्ड के बाहर भी मरीजों को भर्ती किया गया है. इसी जगह उनकी इलाज भी की जा रही है. ऐसा कोई पहली बार नहीं किया जा रहा है. शहर और विभिन्न क्षेत्रों से आए मरीजों को वार्ड में जगह नहीं मिली तो उन्हें वैकल्पिक रूप से यहां पर भर्ती करना पड़ा. कोई 24 घंटे से यहां पर है तो कोई 2 दिन से... मरीज बताते हैं कि चिकित्सा तो हो रही है लेकिन रात को मच्छर पूरी कसर निकाल रहे हैं. ऐसे में अगर बारिश शुरू हो जाए तो फिर मुश्किल और बढ़ जाती है.
अस्पताल प्रबंधन इस बात को स्वीकार करता है कि फिलहाल कुछ समस्याएं तो हैं. डीन ने तर्क दिया कि डॉक्टर ज्यादा है और पूरे समय काम करते हैं. इसलिए सुविधा को देखते हुए मरीजों की संख्या बढ़ी है. बारिश में बीमारी फैलने का भी एक कारण है. फिर भी हम कोशिश करेंगे कि जल्द इस समस्या को ठीक किया जाए.
बताया गया कि अस्पताल में कई प्रकार की घटनाओं के मद्देनजर सुरक्षा को लेकर कोशिश की जा रही है. जल्द ही यहां पर सुरक्षाकर्मी नजर आएंगे. फिलहाल सरकारी अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के साथ उपचार देने का काम किया जा रहा है. आने वाले दिनों में अस्पतालों की क्षमता में बढ़ोतरी होने पर इस तरह की तस्वीरें शायद ही नजर आएंगी.