कोरबा: जिले में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन का कारोबार धड़ल्ले से जारी है. जानकारों के मुताबिक विभागीय उदासीनता के कारण ही जिले में रेत माफिया की सक्रियता बढ़ रही है. किसी भी तरह की ठोस कार्रवाई नहीं होने से अवैध रेत उत्खनन का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है. हाल ही में कलेक्टर और एसपी ने भिलाईखुर्द के अवैध रेत घाट पर पहुंचकर रेत माफिया पर कार्रवाई की थी. तब अधिकारियों ने मौके से कुछ वाहनों को भी जब्त किया था.
इसके बाद रेत माफिया में हड़कंप मच गया था. जिसके बाद रेत माफिया कुछ समय तक शांत रहे. लेकिन उसके बाद अब फिर अवैध उत्खनन का काम जोरों पर है. इन दिनों कुदमुरा ग्राम पंचायत क्षेत्र में छुइया नाला से रेत के अवैध परिवहन की जानकारी सामने आ रही है. हैरानी की बात ये है खनिज विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी होने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जानकारी के मुताबिक कुदमुरा के छुइया नाला से हर दिन 50 से 100 ट्रैक्टर रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है.
रेत माफिया पर मेहरबान खनिज विभाग! सूचना के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
बिना रॉयल्टी के ले जा रहे रेत
वाहन चालकों ने बताया कि कुदमुरा के एक ईंट भट्टे के लिए बिना रॉयल्टी के रेत लाया जा रहा है. बता दें कि बरसात के मौसम में किसी भी तरह रेत का उत्खनन पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है. इससे नदियों के अस्तित्व पर खतरा हो सकता है. लेकिन इसके बाद भी रेत माफिया लगातार अवैध उत्खनन और परिवहन को अंजाम दे रहे हैं और जरुरतमंदों को ऊंचे दाम पर बेच रहे हैं.
जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध
जिले में ये कोई अकेला घाट नहीं है जहां रेत का अवैध उत्खन्न किया जा रहा हो. बल्कि और भी कई ऐसे घाट है जहां रेत माफिया का खेल धड़ल्ले से जारी है और जिम्मेदारों को भी इसकी जानकारी है. लेकिन फिर भी अब तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है.