कोरबा: छुईया नदी और इसके सहायक छोटे-बड़े नालों को अवैध उत्खनन कर खोखला करने का काम किया जा रहा हैं. यहां अवैध रेत उत्खनन को पंचायत के सरकारी निर्माण कार्य करने वाले भी बढ़ावा दे रहे हैं. बिना लीज के रेत लाकर निर्माण कार्य किया जा रहा है. रेत बिना रॉयल्टी के अवैध तरीके से उत्खनन कर लाई जा रही है. जिससे पंचायतों के सरपंचों को तो फायदा मिल रहा है, लेकिन सरकार को घाटा हो रहा है.
पढ़ें: अवैध कारोबार करने वाले को सरकार नहीं देगी संरक्षण: शिव डहरिया
कुदमुरा क्षेत्र के छुईया नदी और आसपास के नालों से अवैध रेत उत्खनन पर प्रशासन पूरी तरह से रोक लगाने में असमर्थ नजर आ रहा है. अवैध रेत उत्खनन और परिवहन को लेकर राजस्व विभाग, खनिज विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी भी चुप्पी साधे बैठे हैं.
पढ़ें: महासमुंद में हिरण के कंकाल के साथ 5 आरोपी गिरफ्तार
वाहन चालक के पास नहीं थी रॉयल्टी
रेत से भरे वाहनों को रुकवा कर वाहन चालकों से जानकारी ली गई तो वाहन चालक ने खुद को सरपंच का बेटा बताया. सरपंच पुत्र ओमप्रकाश राठिया ने बताया कि हम लोग छुईया नदी से रेत को ला रहे हैं. वहां किसी प्रकार की रॉयल्टी काटने वाला कोई नहीं है. हम लोग अपने काम के लिए नहीं ला रहे हैं, यह रेत पंचायत के काम के लिए लाई जा रही है. ग्राम पंचायत जिलगा के सरपंच महाप्रसाद राठिया के कहने पर रेत को ला रहे हैं. साथ ही बताया कि वाहन सरपंच का है. साथ ही सरपंच ने कैमरे में कुछ भी कहने से इंकार किया है.