कोरबा: कटघोरा वन मंडल में विभाग की लापरवाही से मादा हाथी की मौत के मामले ने पूरे महकमे को हिला कर रख दिया है. प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से कटघोरा के प्रभारी डीएफओ डीडी संत को निलंबित कर दिया है. साथ ही लापरवाही के लिए आईएफएस पीके केशर शो कॉज नोटिस(कारण बताओ नोटिस) जारी करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए हैं. मामले में दिल्चस्प बात यह है कि उच्च स्तरीय अधिकारियों पर राज्य शासन बड़ा एक्शन लेती दिखाई दे रही है.
दरअसल कटघोरा वन मंडल के केंदई वन परिक्षेत्र में कुल्हारियां गांव स्थित है. जहां के जंगल में एक मादा हाथी लगभग 2 दिनों तक दलदल में फंसी रही. विभाग ने मादा हाथी को बाहर निकालने के लिए कोई भी ठोस इंतजाम नहीं किए. यहां तक की शाम होते ही रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया था. जिसके कारण कड़ाके की ठंड में मादा हाथी रात भर दलदल में फंसी रह गई थी.
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बता दें कि सुबह होते ही जब दोबारा रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया गया था. लेकिन तब तक मादा हाथी की हालत पूरी तरह से बिगड़ चूकी थी. उसमें दलदल से बाहर निकलने की क्षमता नहीं बची थी. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कोई भी बड़ा अफसर मौके पर नहीं पहुंचा था. रेस्क्यू के दौरान मादा हाथी की मौत हो गई थी.
ईटीवी ने प्रमुखता से दिखाई खबर
इस पूरे मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. रेस्क्यू ऑपरेशन से लेकर मादा हाथी की मौत तक की खबरें प्रमुखता से दिखाई गई थीं. इसके बाद प्रदेश शासन में शनिवार को डीएफओ को निलंबित कर दिया है.
शासन की छवि धूमिल करने का आरोप
मामले में राज्य शासन ने आदेश जारी कर कहा है कि अफसरों की लापरवाही से राज्य शासन की छवि धूमिल हुई है. इसके कारण दोनों उच्च अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है. आईएफएस पीके केशर को जवाब देने के लिए 7 दिनों का समय दिया गया है.