कोरबा: कहते हैं कानून के हाथ लंबे होते है और जुर्म करने वाला इससे कभी बच नहीं सकता. ऐसा ही हुआ है. कोरबा में जहां 2 साल पहले हुए मर्डर की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया. दो साल पहले रामपुर थाना क्षेत्र में रहने वाली सुशीला ने पहले अपने पति की हत्या कर दी और उसे शहर के कॉपी प्वाइंट की घाटियों में 150 मीटर नीचे फेंक दिया. फिर 5 महीने बाद उसने अपने पति की गुमशुदा होने की रिपोर्ट खुद पुलिस थाने में जाकर दर्ज कराई. हत्या का मामला तब उजागर हुआ जब लाश को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल किए गए वाहन के चालक ने पुलिस के सामने मुंह खोल दिया. जिस गुमशुदा व्यक्ति को पुलिस अब तक तलाश नहीं कर सकती थी. उसकी हत्या होने की बात सुनते ही पुलिस भी सकते में आ गई. आरोपी को हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद पूरा मामला साफ हो गया. फिलहाल आरोपी को पुलिस ने रिमांड पर सलाखों के पीछे भेज दिया है.
ये है पूरा मामला
विगत 21 मई 2020 को सुशीला निषाद ने रामपुर चौकी में रिपोर्ट दर्ज करायी कि पति विमल उर्फ सूर्या वाल्मिकी दिनांक 08 नवंबर 2019 की रात से ही घर नहीं लौटे हैं. लाख प्रयास के बाद भी कहीं से कोई सूचना नहीं मिली. महिला की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी. लेकिन पुलिस के हाथ खाली थे, कोई ठोस सुराग नहीं मिले थे. तभी घटना में नया मोड़ बीते 24 जुलाई को आया. ललित कुमार नाम के शख्स ने पुलिस थाने में जाकर एक सनसनीखेज खुलासा किया. उसने बताया कि जिस कार को वह चलाता था. उसकी मालकिन ने ही वाल्मिकी को मौत के घाट उतारा है. उसने बताया कि पहले महिला ने अपने पति का मर्डर किया फिर उसकी लाख को कार की डिगी में डालकर छिपा दिया. सुबह इसे बुलाकर कार को कॉफी प्वाइंट के पास ले जाने के लिए कहा गया. बताया गया कि वह लोग पिकनिक मनाने जाना चाहते हैं. लेकिन वहां पर ड्राइवर ने इन दोनों को वाल्मिकी की लाश ठिकाने लगाते हुए देख लिया.
आरोपी ललित ने बताया कि महिला ने उसे इस केस में फंसाने की धमकी दी थी. इसलिए उसने इस बात को किसी को नहीं बताया. इसलिए ललित को यह राज पुलिस तक पहुंचाने में समय लगा. पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो महिला ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है.