कोरबा: कोरबा जिले के कटघोरा वन मंडल के अंतर्गत पड़ने वाले पसान रेंज के वनांचल क्षेत्रों में हाथियों का तीन दल विचरण कर रहा (Korba Pasan range villagers in fear) है. इसे लेकर वन अमला अलर्ट मोड में है. हाथियों की दस्तक से इस क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में हैं. हाथियों ने खेत और मकानों को भी क्षति पहुंचाई (elephants arrived in Korba Pasan range villagers in fear) है.
बनखेता में एक दंतैल : पसान रेंज के आश्रित गांव बनखेता में एक दंतैल हाथी भी मौजूद है. वन विभाग के मुताबिक, यहां अलग-अलग हाथियों के 3 दल घूम रहे हैं. कुछ दिन पहले ही इसी क्षेत्र के गांव लैंगी, खुडरी, कुम्हारीसानी, मोहनपुर में भी हाथियों की मौजूदगी देखने को मिली, लेकिन वो वापस लौट गए थे. अब कुछ दिनों से यहां हाथी फिर लौट आए हैं, जिससे ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है.
रातभर जागकर ग्रामीण कर रहे निगरानी: बीते लगभग 2 से 3 वर्षों से पसान रेंज हाथियों को खूब पसंद आ रहा है. यहां हाथी लगातार विचरण करते रहते हैं. उनका आना-जाना लगा रहता है. कई बार हाथी यहां काफी दिनों तक जमे रहते हैं. जिसके कारण ग्रामीण अपने घर और खेतों की रखवाली के लिए रात भर जाग कर निगरानी करने को मजबूर हो जाते हैं.
यह भी पढ़ें: बालोद में दंतैल हाथी ने फिर ली एक किसान की जान, अब तक हुई चार मौतें !
वन अमला ग्रामीणों को कर रहा सतर्क: हाथियों की मौजूदगी से वन अमला सतर्क है. वह लगातार ग्रामीणों को मुनादी के माध्यम से जंगलों की ओर न जाने की हिदायत दे रहा है. वन अमला पसान क्षेत्र से हाथियों को खदेड़ने का प्रयास कर रहा है. हालांकि हाथी अब भी पसान रेंज में जमे हुए हैं.
अल्प वर्षा और हाथी दोनों ने किसानों की तोड़ी कमर: कोरबा जिले के कटघोरा और कोरबा वन मंडल के कुछ क्षेत्र वर्षों से हाथी प्रभावित इलाके रहे हैं. इस साल कम बारिश से किसान पहले ही परेशान हैं. उन्हें फसल का नुकसान हो रहा है, तो दूसरी ओर हाथियों की आमद होने से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. कुछ खेत कम बारिश के प्रकोप से यदि बच भी गए तो उसे हाथी रौंदकर बर्बाद कर रहे हैं.