कोरबा: शहर से लगे मानिकपुर ओपन कास्ट कोल माइन्स से निकलने वाले मिट्टी से बने मानव निर्मित टीले पर भीषण आग लग गई. इन टीलों पर हर साल वृक्षारोपण का काम किया जाता है. जिससे पेड़-पौधों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान की आशंका बनी हुई है. स्थानीय लोगों की मानें तो सोमवार को देर शाम लगी इस आग की सूचना अफसरों तक पहुंचाई गई है. बावजूद इसके अब तक आग को बुझाने के प्रयास शुरू नहीं हो सका है.
बस्ती के लोग आग बुझाने की कर रहे कोशिश
मानिकपुर खदान के मिट्टी डंपिंग से बने टीले जिसमें SECL प्रबंधन की तरफ से हर साल वृक्षारोपण किया जाता रहा है. जहां सोमवार की शाम अचानक आग लगी है.
यह आग फैलकर खदान से लगे इमलीडुग्गु बस्ती के नजदीक पहुँच गयी है. बस्ती के लोग इस आग पर काबू पाने के प्रयास मे लगे है लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली है.
प्रशासन को भी आग की सूचना दे दी गई है. हालांकि इस आग से अब तक किसी तरह के जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन जल्द ही यदि इस आग को काबू में नहीं किया गया तो खतरा बढ़ सकता है.
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असामाजिक तत्वों ने लगाई आग
अमूमन डंपिंग यार्ड में असामाजिक तत्वों का डेरा रहता है. आशंका जताई जा रही है कि आग उन्हीं ने लगाई है. जो कि बढ़ते-बढ़ते बड़े क्षेत्र में फैल गई है. गर्मी का मौसम शुरू होते ही दावानल की घटनाएं कोरबा जिले में लगातार सामने आ रही है. जिस पर काबू पाना स्थानीय प्रशासन के साथ ही वन विभाग के लिए किसी चुनौती की तरह है.