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कोरबा : बचके रहें, बालको से लेमरू मार्ग में देखी गई हाथियों की चहलकदमी

कोरबा वन मंडल के बालको रेंज के अंतर्गत आने वाले फुटका पहाड़ के कक्ष क्रमांक 835 और 836 में 57 हाथियों का झुंड जमा हुआ है. इसके पहले अलग-अलग हिस्से में हाथी विचरण कर रहे थे, लेकिन फुटका पहाड़ पर पर्याप्त पानी और भोजन की व्यवस्था होने के कारण हाथी यहां डटे हुए हैं

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Published : May 30, 2019, 9:27 PM IST

Updated : May 30, 2019, 10:27 PM IST

कोरबा: बालकों से लेमरू जाने वाले मुख्यमार्ग में हाथियों के झुंड की चहलकदमी देखी जा रही है, जिसके बाद वन विभाग के कर्मियों ने इसकी पुष्टी करते हुए सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए हैं. बताया जा रहा है कि लगभग 57 हाथियों का झुंड फुटका पहाड़ में जमा हुआ है. हाथियों ने अभी तक किसी तरह की कोइ हानि नहीं पहुंचायी है. फिलहाल वन विभाग उनकी गतिविधियों पर नजर बनाया हुआ है.

2 बजे से सुबह 5 बजे तक आवागमन बंद

हाथियों के झुंड ने फुटका पहाड़ पर डाला डेरा

कोरबा वन मंडल के बालको रेंज के अंतर्गत आने वाले फुटका पहाड़ के कक्ष क्रमांक 835 और 836 में 57 हाथियों का झुंड जमा हुआ है. इसके पहले अलग-अलग हिस्से में हाथी विचरण कर रहे थे, लेकिन यहां पर पर्याप्त पानी और भोजन की व्यवस्था होने के कारण हाथी यहां डटे हुए हैं. शाम ढलते ही हाथियों का झुंड दो हिस्सों में बंट जाते हैं और पहाड़ से उतर कर सड़क पर विचरण करने लगते हैं. इससे उस मार्ग से आने-जाने वाले राहगिरों पर बड़ा खतरा बना हुआ है.

2 बजे से सुबह 5 बजे तक आवागमन बंद

वहीं वन विभाग ने राहगिरों की सुरक्षा को देखते हुए बालको से लेमरू जाने वाले मार्ग में दुपहिया से लेकर चार पहिया वाहनों का आवागमन दोपहर 2 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद करा दिया है. SDO कोरबा संजय लूथर ने बताया कि हाथियों की चहलकदमी को देखते हुए आवागमन रोका गया है. हालांकि हाथियों के विचरण से पहाड़ी कोरवाओं द्वारा लगाए गए कटहल की फसल को नुकसान जरूर होगा.

कोरबा: बालकों से लेमरू जाने वाले मुख्यमार्ग में हाथियों के झुंड की चहलकदमी देखी जा रही है, जिसके बाद वन विभाग के कर्मियों ने इसकी पुष्टी करते हुए सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए हैं. बताया जा रहा है कि लगभग 57 हाथियों का झुंड फुटका पहाड़ में जमा हुआ है. हाथियों ने अभी तक किसी तरह की कोइ हानि नहीं पहुंचायी है. फिलहाल वन विभाग उनकी गतिविधियों पर नजर बनाया हुआ है.

2 बजे से सुबह 5 बजे तक आवागमन बंद

हाथियों के झुंड ने फुटका पहाड़ पर डाला डेरा

कोरबा वन मंडल के बालको रेंज के अंतर्गत आने वाले फुटका पहाड़ के कक्ष क्रमांक 835 और 836 में 57 हाथियों का झुंड जमा हुआ है. इसके पहले अलग-अलग हिस्से में हाथी विचरण कर रहे थे, लेकिन यहां पर पर्याप्त पानी और भोजन की व्यवस्था होने के कारण हाथी यहां डटे हुए हैं. शाम ढलते ही हाथियों का झुंड दो हिस्सों में बंट जाते हैं और पहाड़ से उतर कर सड़क पर विचरण करने लगते हैं. इससे उस मार्ग से आने-जाने वाले राहगिरों पर बड़ा खतरा बना हुआ है.

2 बजे से सुबह 5 बजे तक आवागमन बंद

वहीं वन विभाग ने राहगिरों की सुरक्षा को देखते हुए बालको से लेमरू जाने वाले मार्ग में दुपहिया से लेकर चार पहिया वाहनों का आवागमन दोपहर 2 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद करा दिया है. SDO कोरबा संजय लूथर ने बताया कि हाथियों की चहलकदमी को देखते हुए आवागमन रोका गया है. हालांकि हाथियों के विचरण से पहाड़ी कोरवाओं द्वारा लगाए गए कटहल की फसल को नुकसान जरूर होगा.

Intro:बालकों से लेमरू जाने वाले मार्ग में अगर आपको हाथी की सिगार सुनाई दे तो अपना रास्ता बदल दें या फिर मौत के मुह में जाने के लिए तैयार रहें। ऐसा हम नहीं बल्कि वन विभाग का निर्देश है।


Body:दरअसल, हाथियों का झुंड इन दिनों मुख्य सड़क पर चहलकदमी करते देखा जा रहा है। इसकी पुष्टि वन विभाग के कर्मियों द्वारा की गई है। बताया जा रहा है कि लगभग 57 हाथियों का झुंड फुटका पहाड़ में जमा हुआ है। यहां पर पर्याप्त पानी और भोजन की व्यवस्था होने के कारण हाथी डटे हुए हैं।
कोरबा वन मंडल के बालको रेंज के अंतर्गत आने वाले फुटका पहाड़ के कक्ष क्रमांक 835 व 836 में 57 हाथियों का झुंड जमा हुआ है। इसके पहले अलग-अलग हिस्से में हाथी विचरण कर रहे थे। लेकिन अब यह एक जगह इकट्ठा हो गए हैं। शाम ढलते ही हाथियों का झुंड पहाड़ से उतर कर सड़क पर चहलकदमी करने लगा है। इसलिए किसी भी प्रकार की जनहानि से निपटने के लिए वन विभाग द्वारा बालको से लेमरू जाने वाले मार्ग में दुपहिया से लेकर चार पहिया वाहनों का आवागमन दोपहर 2:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक बंद कर दिया गया है। SDO कोरबा संजय लूथर ने बताया कि हाथियों की चहलकदमी को देखते हुए और लगातार सड़क पर आ जाने के कारण जानमाल की सुरक्षा की दृष्टि से आवागमन रोका गया है। उन्होंने बताया कि फुटका पहाड़ में आबादी नहीं होने के कारण किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं होगी। हालांकि कुछ पहाड़ी कोरवाओं द्वारा लगाए गए कटहल की फसल को नुकसान जरूर होगा। वहां पर्याप्त पानी होने के कारण हाथी जमे हुए हैं। उनकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। विभाग के सूत्रों का कहना है कि दोपहर बाद हाथियों का झुंड दो हिस्सों में बंट जाता है।

बाइट- संजय लूथर, SDO, वन विभाग


Conclusion:
Last Updated : May 30, 2019, 10:27 PM IST
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