कोरबा : जिले में मेडिकल कॉलेज (Korba Medical College) को स्वीकृति तो मिल गई, लेकिन इसकी मान्यता को लेकर केंद्र सरकार से बार-बार पेच फंस रहा है. केंद्र ने मेडिकल कॉलेज की तैयारियों को अधूरा बताकर आवेदन निरस्त कर दिया है. इस कारण अब शैक्षणिक सत्र 2021-22 में मेडिकल कॉलेज कोरबा से छात्र एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर सकेंगे या नहीं, इसपर संशय बरकरार है. एक बार फिर से जून-जुलाई में नेशनल मेडिकल कमिशन (NMC) की टीम इस कॉलेज का निरीक्षण करेगी. जबकि यहां सत्र 2022-23 में चिकित्सा शिक्षा शुरू करने के लिए मान्यता संबंधी तैयारी चल रही है.
दरअसल कोरबा में खोले गए नए मेडिकल कॉलेज के संचालन को झगहरा स्थित आईटी कोरबा इंजीनियरिंग कॉलेज (IT Korba Engineering College) में 25 एकड़ भूमि चिह्नित की गई है. यहां इंजीनियरिंग के छात्रों की कमी देखते हुए कॉलेज भवन का आधा हिस्सा, हॉस्टल और स्टाफ क्वार्टर भी मेडिकल कॉलेज को प्रदान कर दिये गए हैं. जिला अस्पताल का संचालन मेडिकल कॉलेज सम्बद्ध अस्पताल के तौर पर शुरू किया गया है. एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए बीते एक वर्ष से 100 सीटों पर दाखिले की तैयारी जारी है. हालांकि पिछला आवेदन निरस्त किये जाने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने केंद्र सरकार के समक्ष अपील भी की है.
कॉलेज के फिजिकल और ऑनलाइन निरीक्षण में टीम को मिली थीं खामियां
एनएमसी की टीम ने मेडिकल कॉलेज के फिजिकल और ऑनलाइन निरीक्षण के दौरान कई खामियां बताई थीं. इन्हें पूरा करने के बाद कोरबा जिला मेडिकल कॉलेज ने पुनः आवेदन किया. इस आवेदन में भी कमी बताकर फिर से इसे निरस्त कर दिया गया. अब आने वाले कुछ महीनों में एक बार फिर से एनएमसी की टीम मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करेगी. इसके पहले एनएमसी के समक्ष तैयारियों का आवेदन ऑनलाइन ही भरना होता है. इसकी अंतिम तिथि 30 दिसंबर है.
फैकल्टी और डॉक्टरों की कमी
मेडिकल कॉलेज सम्बद्ध अस्पताल में फिलहाल कई जरूरी मशीनों का इंस्टॉलेशन अधूरा है. फैकल्टी की कमी के साथ ही चिकित्सकों की कमी एक बड़ी खामी है. पिछली बार भी इस तरह की खामियों के कारण मेडिकल कॉलेज कोरबा का आवेदन निरस्त हुआ था. एनएमसी ने जिले के मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को बताया कि ऑनलाइन आवेदन के साथ भवन का वीडियो अपलोड नहीं हो पाया है. इसके बाद ई-मेल द्वारा वीडियो पुनः भेजा गया. इसके बाद भी आवेदन निरस्त किये जाने से कई सवाल उठ रहे हैं.
भवन में तैयारियां अन्य मेडिकल कॉलेजों से बेहतर
मेडिकल कॉलेज कोरबा के डीन वाईडी बड़गइया ने बताया कि कोरबा का नया मेडिकल कॉलेज न सिर्फ छत्तीसगढ़ बल्कि देश के अन्य नए मेडिकल कॉलेज से काफी बेहतर है. किसी भी नए कॉलेज में भवन, हॉस्टल और स्टाफ क्वार्टर नहीं होते. हमें बना-बनाया इंफ्रास्ट्रक्चर मिल गया है. इसलिए हम काफी बेहतर स्थिति में हैं. इसके बाद भी आवेदन निरस्त किया जा रहा है. हमने इसके लिए अपील भी की है. जल्द ही निर्णय आ जाएगा. हम चिकित्सा शिक्षा के लिए शैक्षणिक सत्र 2022-23 की तैयारी में लगे हुए हैं.