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बड़ी सौगात: अब डायलिसिस के लिए नहीं जाना होगा निजी अस्पताल

कोरबा जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर जल्द ही शुरू होने जा रहा है. इसके लिए कंपोजिट बिल्डिंग में ट्रायल चल रहा है. इस नई सुविधा से लोगों को मुफ्त इलाज मिल सकेगा.

dialysis center will start soon in korba district hospital
कोरबा जिला अस्पताल में डायलिसिस की सुविधा
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Published : Jan 7, 2021, 8:33 PM IST

कोरबा: जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर जल्द ही शुरू होने जा रहा है. इसके लिए कंपोजिट बिल्डिंग में ट्रायल चल रहा है. निजी अस्पतालों में डायलिसिस कराने में जहां 15 से 20 हजार रुपये खर्च आता है, वहीं जिला अस्पताल में यह सुविधा मुफ्त में मिलने से मध्यम और निम्नवर्गीय परिवार के लोगों को इलाज में सहूलियत होगी.

dialysis center will start soon in korba district hospital
कोरबा जिला अस्पताल

जनवरी महीने के अंत तक सुविधा शुरू होने की संभावना है. सरकारी अस्पताल में सुविधा मिलने से इसकी विश्वसनीयता बढ़ेगी और लोगों को इलाज कराने में आर्थिक कठिनाई से नहीं जूझना पड़ेगा. जिला अस्पताल में खनिज न्यास से विभिन्न सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस कड़ी में बर्न यूनिट और शिशु स्वास्थ्य के लिए 2.50 करोड़ की लागत से कंपोजिट बिल्डिंग भी तैयार की है. इसी में अब डायलिसिस सेंटर को भी मूर्त रूप दिया जा रहा है. इसके लिए संसाधनों की स्वीकृति शासन से मिल चुकी है.

रूटीन चेकअप के लिए नहीं जाना होगा निजी अस्पताल

मरीजों को सुविधा के लिए डायलिसिस सेंटर को ग्राउंड फ्लोर में ही संचालित किया जा सकता है. सुविधा शुरू होने से उन मरीजों को आसानी होगी, जो आर्थिक समस्या के कारण समय पर डायलिसिस नहीं करा पाते हैं. कई मरीजों को महीने में दो से तीन बार भी डायलिसिस कराना पड़ता है. उनके लिए यह सुविधाजनक होगी. सेंटर खुलने से जटिल रोगों के इलाज की सुविधा बढ़ाने की दिशा में काम होगा. रूटीन चेकअप के लिए भी लोगों को निजी अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा. प्रसव सहित अन्य ऑपरेशन के लिए लोगों को अक्सर टांका खुलवाने में असुविधा होती थी. डायलिसिस सेंटर में इसकी भी सुविधा रहेगी.

पढ़ें: अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुरू हुआ ट्रामा सेंटर का निर्माण

मरीजों के लिए आवागमन की सुविधा

सेंटर में मरीजों के इलाज के अलावा उनके आवागमन की भी व्यवस्था होगी. 112 में डायल कर जिस तरह से अन्य चिकित्सा सुविधा का लाभ लेते हैं. वहीं सुविधा इसमें भी मिलेगी. जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने इसके लिए अतिरिक्त वाहन की मांग प्रशासन के खनिज न्यास मद से की है. इससे दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों में बसे लोग सुविधा का आसानी से लाभ ले सकेंगे.

आयुष्मान कार्ड की नहीं होगी जरूरत

शासन के स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आयुष्मान कार्ड की जरूरत होती है, लेकिन डायलिसिस की सुविधा लेने वाले मरीजों को केवल अपना आधार कार्ड लेकर आने पर भी सुविधा मिलेगी. अन्य जिले के आने वाले लोग भी आधार के माध्यम से इलाज करा सकते हैं. इसे आपातकालीन सेवा सुविधा की श्रेणी में रखा जाएगा. आयुष्मान कार्ड की राशि में भी कटौती नहीं होगी. डायलिसिस सेंटर की सेवाएं जिला अस्पताल में शीघ्र ही शुरू होगी. अस्पताल प्रबंधन की ओर इसकी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

कोरबा: जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर जल्द ही शुरू होने जा रहा है. इसके लिए कंपोजिट बिल्डिंग में ट्रायल चल रहा है. निजी अस्पतालों में डायलिसिस कराने में जहां 15 से 20 हजार रुपये खर्च आता है, वहीं जिला अस्पताल में यह सुविधा मुफ्त में मिलने से मध्यम और निम्नवर्गीय परिवार के लोगों को इलाज में सहूलियत होगी.

dialysis center will start soon in korba district hospital
कोरबा जिला अस्पताल

जनवरी महीने के अंत तक सुविधा शुरू होने की संभावना है. सरकारी अस्पताल में सुविधा मिलने से इसकी विश्वसनीयता बढ़ेगी और लोगों को इलाज कराने में आर्थिक कठिनाई से नहीं जूझना पड़ेगा. जिला अस्पताल में खनिज न्यास से विभिन्न सुविधाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस कड़ी में बर्न यूनिट और शिशु स्वास्थ्य के लिए 2.50 करोड़ की लागत से कंपोजिट बिल्डिंग भी तैयार की है. इसी में अब डायलिसिस सेंटर को भी मूर्त रूप दिया जा रहा है. इसके लिए संसाधनों की स्वीकृति शासन से मिल चुकी है.

रूटीन चेकअप के लिए नहीं जाना होगा निजी अस्पताल

मरीजों को सुविधा के लिए डायलिसिस सेंटर को ग्राउंड फ्लोर में ही संचालित किया जा सकता है. सुविधा शुरू होने से उन मरीजों को आसानी होगी, जो आर्थिक समस्या के कारण समय पर डायलिसिस नहीं करा पाते हैं. कई मरीजों को महीने में दो से तीन बार भी डायलिसिस कराना पड़ता है. उनके लिए यह सुविधाजनक होगी. सेंटर खुलने से जटिल रोगों के इलाज की सुविधा बढ़ाने की दिशा में काम होगा. रूटीन चेकअप के लिए भी लोगों को निजी अस्पताल नहीं जाना पड़ेगा. प्रसव सहित अन्य ऑपरेशन के लिए लोगों को अक्सर टांका खुलवाने में असुविधा होती थी. डायलिसिस सेंटर में इसकी भी सुविधा रहेगी.

पढ़ें: अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुरू हुआ ट्रामा सेंटर का निर्माण

मरीजों के लिए आवागमन की सुविधा

सेंटर में मरीजों के इलाज के अलावा उनके आवागमन की भी व्यवस्था होगी. 112 में डायल कर जिस तरह से अन्य चिकित्सा सुविधा का लाभ लेते हैं. वहीं सुविधा इसमें भी मिलेगी. जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने इसके लिए अतिरिक्त वाहन की मांग प्रशासन के खनिज न्यास मद से की है. इससे दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों में बसे लोग सुविधा का आसानी से लाभ ले सकेंगे.

आयुष्मान कार्ड की नहीं होगी जरूरत

शासन के स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आयुष्मान कार्ड की जरूरत होती है, लेकिन डायलिसिस की सुविधा लेने वाले मरीजों को केवल अपना आधार कार्ड लेकर आने पर भी सुविधा मिलेगी. अन्य जिले के आने वाले लोग भी आधार के माध्यम से इलाज करा सकते हैं. इसे आपातकालीन सेवा सुविधा की श्रेणी में रखा जाएगा. आयुष्मान कार्ड की राशि में भी कटौती नहीं होगी. डायलिसिस सेंटर की सेवाएं जिला अस्पताल में शीघ्र ही शुरू होगी. अस्पताल प्रबंधन की ओर इसकी तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है.

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